राजनीति

जब मौसम ठंडा होगा तो एक बार फिर किसान आंदोलन गर्म होगा : राकेश टिकैत

तहसील कार्यालय नाथूसरी चौपटा पर तालाबंदी का लिया फैसला 
किसानों के समर्थन में नाथूसरी चौपटा के दुकानदारों ने रखी दुकानें बंद
राजेंद्र कुमार
सिरसा। हरियाणा में सिरसा के नाथूसरी चोपटा में बीमा क्लेम व मुआवजे की मांग को लेकर पिछले दो महीने से चल रहे किसान आंदोलन में सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता  राकेश टिकैत ने शिरकत की। आज धरना स्थल के पास किसान मजदूर महापंचायत आयोजित की गई। हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर महापंचायत में पहुंचे वही किसान नेता राकेश टिकैत भी खुद ट्रैक्टर चलाकर महापंचायत में पहुंचे। महापंचायत में किसानों की मुआवजा राशि न मिलने तक  नाथूसरी चौपटा तहसील कार्यालय को तालाबंदी का फैसला लिया गया। इस दौरान मंच पर अमन बैनीवाल, भरत सिंह झाझड़ा,नरेंद्र पाल, सरपंच संतोष बैनीवाल, रीटा कासनिया, सुमित बैनीवाल, दीवान दीवान सहारण, सहित कई किसानों को पगड़ी पहनाकर  सम्मानित किया गया। इससे पहले राकेश टिकैत गाँव दड़बा कलां में पूर्व विधायक भरत सिंह बेनीवाल के आवास पर पहुंचे जहां युवा कांग्रेस नेता सुमित बेनीवाल ने उन्हें पगडी पहनाकर सम्मानित किया।
सिरसा के क़स्बा नाथूसरी चोपटा में सोमवार को आयोजित किसान महापंचायत में पहुंचे किसान।
किसान मजदूर महापंचायत को बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता  राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की कई मांगों को लेकर एक बार पुनः  आंदोलन किया जाएगा । उन्होंने कहा कि जब मौसम ठंडा होगा तो आंदोलन गर्म होगा।
       राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने बीमा कंपनियों को जो लाइसेंस दिए हैं वह किसानों को बीमा क्लेम देने के लिए नहीं है बल्कि कंपनियों के मालिकों के घर भरने के लिए  हैं। उन्होंने कहा कि  सरकार एमएसपी का नाम लेकर लगातार किसानों को ठग रही है।  उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को गारंटी एमएसपी कानून लागू करना चाहिए। उन्न्होने सरकार से मांग की थी कि किसान के खेत को एक इकाई माना जाए । जिस भी किसान के खेत में अगर 1 एकड़ में भी नुकसान है तो उसका भी मुआवजा दिया जाए।
सिरसा के क़स्बा नाथूसरी चोपटा में सोमवार को आयोजित किसान महापंचायत में पहुंचे किसान।
       किसान नेता रत्न मान  ने कहा कि अगर सरकार किसानों का काम रोकेगी तो किसान सरकार का काम रोक देंगे। भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष  रवि आजाद ने कहा कि किसान  खरीफ 2022 की फसल खराबे का बीमा क्लेम की मांग को लेकर 2 महीने से बैठे हैं। यह 750 करोड रुपए का मामला है। 750 करोड रुपए बीमा कंपनियों से निकलवाने की किसान लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन सरकार किसानों की मांगों को अनदेखा कर रही है।
सरपंच एसोसिएशन की प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल, सरपंच रीटा कासनियां ने कहा कि किसानों की लड़ाई में हर कदम पर उनके साथ रहेंगे।
नाथूसरी चोपटा में आंदोलनरत किसानों से बातचीत करते भकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत।
       किसान नेता भरत सिंह झाझड़ा ने महापंचायत में किसानों के साथ बैठक कर बड़ा फैसला लेने का ऐलान किया । इससे पहले स्थानीय प्रशासन को आधे घंटे का समय दिया गया ।जिला प्रशासन की तरफ से डीडीए राजेश कुमार, एसडीएम वेद प्रकाश, नायब तहसीलदार अरविंद यादव, नाथूसरी चौपटा थाना प्रभारी राजाराम सहित तहसील परिसर में पहुंचे और किसानों के साथ एक बैठक  की। लेकिन उन्होंने भी समस्या समाधान के जल्दी पूरा होने के लिए कोई आश्वासन नहीं दिया । इस पर किसानों ने अपने ऐलान के मुताबिक तहसील कार्यालय पर ताला लगाने का फैसला कर लिया। किसानों के समर्थन में नाथूसरी चौपटा के दुकानदारों ने पूरे दिन अपनी दुकानें बंद रखी। महापंचायत में क्षेत्र के हजारों की संख्या में किसान, मजदूर व महिलाओं ने भाग लिया।

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