सात दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव के छठे दिन सरदार चापसिंह सोमवती सांग का किया मंचन
सांग जैसे सांस्कृतिक उत्सवों का हरियाणवी संस्कृति के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका : हनुमान कौशिक
भिवानी: म्हारी संस्कृति-म्हारा स्वाभिमान संगठन के वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में जिला के गांव उमरावत में निर्माणाधीन सूर्यकवि पंडित लखमीचंद सांस्कृतिक भवन में जारी 7 दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव के छठे दिन सोमवार को कार्यक्रम कला परिषद द्वारा सूर्य कवि दादा लखमीचंद के सुपौत्र विष्णु दत्त की मंडली द्वारा दादा लख्मीचंद द्वारा रचित सरदार चाप सिंह सोमवती सांग का मंचन किया गया तथा सांग के माध्यम से सूर्य कवि दादा लख्मीचंद द्वारा पातिव्रत्य धर्म की महत्ता पर प्रकाश डाला। जिसको श्रोताओं ने बड़ी तल्लीनता से एवं तवज्जो के साथ सुना।
कार्यक्रम की मुख्यातिथि के रुप में एसडीओ नवनीत भारद्वाज ने शिरकत की। इस मौके पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान कौशिक एवं उनकी समस्त कार्यकारिणी एवं बुद्धिजीवियों द्वारा मुख्यातिथि व आए हुए अतिथियों का फूल-मालाओं एवं पगड़ी पहनाकर सम्मान किया। कार्यक्रम में मंच संचालन लोकगायक एवं संगठन के मुख्य सलाहकार राजेश थुराणा एवं धर्मवीर नागर द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। मुख्यातिथि एवं विशिष्ट अतिथियों ने संगठन द्वारा सर्व समाज के कवि, गायक, सांगी इत्यादि को सम्मान देने की मुहिम को सराहा और संगठन का पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम के दौरान महान कवि गुणी सुखीराम कमेटी के अध्यक्ष हवा सिंह, राजेराम जाटू लुहारी, दादा लख्मीचंद के जीवन परदिल्ली यूनिवर्सिटी दिल्ली से पीएचडी कर रहे ईसापुर निवासी योगेश डागर को संगठन के सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा सम्मानित किया गया। वैदिक काल से चली आ रही परंपरा का निर्वाह करते हुए बलजीत भारद्वाज धारेडू ने प्रसिद्ध सांगी विष्णु दत्त कौशिक जांटी को पगड़ी पहना कर अपना गुरु धारण किया।
इस अवसर पर म्हारी संस्कृति-म्हारा स्वाभिमान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान कौशिक एवं रामधन शास्त्री ने कहा कि हरियाणवी कला व संस्कृति को बचाने में सांस्कृतिक उत्सव जैसे कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न विधाओं जैसे रागिनी, भजन, लोकगीत व लोकनृत्य आदि का विकास होता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन का मुख्य उद्देश्य हरियाणवी संस्कृति को दोबारा जीवित करने का है।
इस अवसर पर संगठन के उपाध्यक्ष अधिवक्ता कृष्ण अवतार दौलताबाद, कोषाध्यक्ष मनजीत पासोर, महासचिव मास्टर रविंद्र बास, कपिंद्र शर्मा लाखन माजरा, सरपंच दिनेश कौशिक, डा. ओमप्रकाश रामकेश जीवनपुर, संस्कृति रतन राजेरामजी, पाहशोर से धर्म सिंह नंबरदार, पुष्कर शर्मा, रामनिवास थानेदार, लोक गायक नरेश शर्मा, रेडियो सिंगर जयसिंह बादली, रामनिवास थानेदार इंद्र सिंह थानेदार बैयांपुर, दादा लख्मीचंद सेवा समिति बापोड़ा, महाकवि गुणी सुखीरामजी समिति स्याना पोता, महानकवि बख्तावर बिजना समिति, संगठन के सिरसा प्रमुख डा. शमशेर सिंह, संस्कृति गौरव से सम्मानित डा. सतीश चंदाणा, जनता हितैषी जन सेवा समिति बौंद के प्रधान कविराज रोहतान प्रजापति, गांव कसार से नरेंद्र नंबरदार, मास्टर दयानंद, कृष्ण, रोहतास, टोनी सरपंच, नारायण, जयप्रकाश, पवन सरपंच, रामफल, लोक गायक अशोक मरीची सिरसा, लक्ष्मी दत, नवीन उमरावत, प्रदीप धारेडू, घनश्याम भांजा, राकेश कबलाना व आसपास दूरदराज आए हुए असंख्य संस्कृति प्रेमी उपस्थित रहे।