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कुरुक्षेत्र उपायुक्त ने स्वयं किया 2 किसानों का 5 हज़ार रुपये का चालान ।

फसल अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ निपटा जाएगा सख्ती के साथ:शांतनु
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उपायुक्त शांतनु शर्मा के नेतृत्व में कृषि विभाग के अधिकारियों ने निकाला फ्लैग मार्च
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उपायुक्त ने कहा किसान प्रति एकड़ हजार रुपए फसल अवशेष प्रबंधन योजना का उठाए फायदा

कुरुक्षेत्र,(राणा) । उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि फसल अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई किसान दोबारा फसल अवशेषों में आग लगाते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सीधी एफआईआर दर्ज की जाएगी। इस जिले के पर्यावरण को स्वच्छ बनाने और मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिए किसानों को स्वयं फसल अवशेषों में आग नहीं लगानी चाहिए। अपितु किसानों को खेतों में ही फसल अवशेषों का प्रबंधन करने पर सरकार की प्रति एकड़ 1 हजार की स्कीम का फायदा उठाना चाहिए।

उपायुक्त शांतनु शर्मा ने बुधवार को पिपली व थानेसर ब्लॉक के 1 दर्जन गांवों में फ्लैग मार्च किया और किसानों से बातचीत भी की है। इससे पहले उपायुक्त शांतनु शर्मा, एसडीएम सुरेंद्र पाल, डीडीए डा. सुरेंद्र मलिक, एसडीओ जितेंद्र मेहता, क्यूसीआई शशिपाल शर्मा, एएई राजेश वर्मा ने गांव पिपली, मथाना, दौलतपुर, किशनगढ़, खेड़ी गादियान, बोढी, उमरी, समानी, जिरबड़ी, पलवल सहित अन्य गांवों में फ्लैग मार्च किया। इस दौरान उपायुक्त ने 2 जगहों पर फसल अवशेषों में आग लगाने वाले 2 किसानों के चालान करवाए और प्रत्येक किसान पर 2500-2500 रुपए का जुर्माना भी लगाया। इस फ्लैग मार्च के दौरान उपायुक्त ने अलग-अलग गांव में काफिले को रुकवाकर खेतों में काम कर रहे किसानों से बातचीत की और अपील की कि फसल अवशेषों में आग ना लगाए तथा फसल अवशेषों का प्रबंधन करने पर सरकार की योजनाओं का फायदा उठाए।

उपायुक्त ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में गत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष फसल अवशेषों में आग लगाने के कम केस आए है। इस बार किसानों ने सहयोग किया है, लेकिन इस सहयोग की ओर अधिक जरुरत है। किसानों को फसल अवशेषों में आग नहीं लगानी चाहिए, क्योंकि आग लगाने से किसानों के मित्र कीट मर जाते है, वहीं भूमि की उपजाऊ शक्ति भी धीरे-धीरे कम हो जाती है। इसके अलावा पर्यावरण को भी काफी नुकसान होता है। इसका सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ता है और किसानों को अगली फसल लेने के लिए अधिक खर्चा भी करना पड़ता है। इन तमाम विषयों को लेकर कृषि विभाग के अधिकारी गांव-गांव जाकर फायदे और नुकसानों के बारे में जागरूक कर रहे है। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश भी दिए कि कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर अधिक टीमों का गठन किया जाए ताकि फसल अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जा सके।

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