किसान सभा का एमएसपी व् फसलों के मुआवजे को लेकर जिला मुख्यालय पर पड़ाव डालने का एल्टीमेटम

किसान सभा जिला कमेटी की बैठक शहीद भगत सिंह यादगार भवन भिवानी में हुई , बर्बाद फसलों का मुआवजा व बीमा क्लेम वितरण को लेकर तथा एमएसपी की संवैधानिक गारंटी हेतु जन अभियान चलाने व 29 जून को जिले पर पड़ाव डालने का निर्णय लिया ।
भिवानी l अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी जिला कमेटी की बैठक शहीद भगत सिंह यादगार भवन भिवानी में हुई , जिसकी अध्यक्षता किसान सभा के जिला प्रधान रामफल देशवाल ने की , बैठक का संचालन सभा के जिला सचिव मास्टर जगरोशन रोढा ने किया ।
बैठक को सम्बोधित करते हुए किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि आज खेती बहुत संकट में है , एक तरफ पर्यावरण में कार्बन की मात्रा अधिक होने से जलवायु परिवर्तन के कारण प्राकृतिक आपदाओं की मार किसानों पर सीधी पड़ रही है , वहीं खेती की लागत ज्यादा होने पर किसान को लाभकारी एमएसपी नहीं मिल पा रहा है । उसके लिए उसे पुलिस की लाठियां खानी पड़ रही हैं । किसान घाटे के कारण कर्ज में डूबता जा रहा है , इसलिए किसान पिपली में सुरजमुखी एमएसपी के मुद्दे पर लामबंध हो गया ।
इस आंदोलन में सब्जी , सरसों , गेहूं व धान पैदा करने वाला किसान भी शामिल था , क्योंकि केन्द्र सरकार लाभकारी एमएसपी का संवैधानिक कानून नहीं बना रही है , जो किसान के लिए जीवनमरण का स्वाल है । इसी प्रकार राज्य सरकार किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का हर्जाना भी नहीं दे रही है , इन दोनों मुद्दों तथा स्थानीय पानी , बिजली , राशन कार्ड , बुढापा पैंशन इत्यादि मुद्दों को लेकर राज्यभर में किसान आन्दोलनरत है ।
उपर से किसान मजदूरों की खिलाड़ी बेटियों के यौन शोषण आरोपियों बृजभूषण शरण सिंह व मन्त्री सन्दीप सिंह को बचाया जा रहा है । यह भी मुददा न्याय मिलने तक छाया रहेगा । इसलिए भिवानी जिले की किसान सभा अपनी मुआवजे व बीमा क्लेम की मांग के साथ अन्य मांगों को लेकर 29 जून को प्रातः 10 बजे उपायुक्त कार्यालय भिवानी के सामने पड़ाव डालेगी ।
बैठक में किसान सभा के जिला पदाधिकारी व जिला कार्यकारीणी सदस्य मास्टर उमराव सिंह , मास्टर शेरसिंह , कामरेड ओमप्रकाश , कविता आर्य , रामोतार बलियाली , वेद खेड़ी , राजेश कुंगड़ , कर्णसिंह जैनावास , रणधीर सिढ़ान , ओमप्रकाश सैनी , प्रताप सिंह सिंहमार , मन्दरूप यादव , अशोक आर्य , अनूप शर्मा , नरेन्द्र धनाना व महाबीर फौजी शामिल थे ।