ब्रेकिंग न्यूज़

निशुल्क दंत जांच शिविर में 560 मरीजों की जांच के साथ लकड़ी के टूथ ब्रश देकर प्लास्टिक के दुष्परिणामों से सतर्क किया

बराड़ा(जयबीर राणा थंबड)
महरिशी मारकंडेश्वर विश्वविद्यालय की दंत चिकित्सा विभाग के सौजन्य एवं प्राचार्य डॉ जी.एम. सोगी के निर्देशन में भारत के प्रथम पेरियाडौण्टिस्ट एवं सोसाइटी संस्थापक डॉ जी.बी. शैकं वाल्टर के जन्मदिवस के उपलक्ष में आयोजित पाक्षिक निशुल्क दंत जांच शिवर में 560 मरीजों की जाचं के उपरांत लकड़ी के टूथब्रश वितरित कर उन्हें प्लास्टिक के दुष्परिणाम से सचेत रहने का आह्वान किया।

 

 

दंत चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ सुरिंद्र सचदेवा ने बताया कि इस मौके पर पर्यावरण हितैषी दंत चिकित्सा थीम पर आधारित पाक्षिक निशुल्क जांच शिविर का आयोजन कर लोगों को लकड़ी का टूथब्रश व पेस्ट के साथ स्वच्छ पर्यावरण का संदेश दिया गया, ताकि पर्यावरण घातक प्लास्टिक का निषेध संभव हो सके। एक सर्वेक्षण के अनुसार वर्तमान समय में समस्त विश्व में 29.4 बिलियन तथा भारत में 4. 7 बिलियन प्लास्टिक के टूथ ब्रश का प्रयोग किया जा रहा है। जो पर्यावरण को बुरी तरह से प्रभावित कर मानवता के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। अतः प्लास्टिक का निषेध व पर्यावरण हितैषी सामग्री के प्रति जागरूकता के लिए विश्वव्यापी स्तर पर सामूहिक प्रयास की कड़ी आवश्यकता है।

 

इंडियन सोसायटी आफ पीरियाडोनटोलॉजी द्वारा इस उद्देश्य के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। निशुल्क जांच शिविर में भाग लेने वाले आमजन को अपना पुराना प्लास्टिक का टूथ ब्रश व पेस्ट ट्यूब लाने पर इको फ्रेंडली निशुल्क लकड़ी के ब्रश एवं टूथ पेस्ट प्रदान की गई ताकि आमजन इसको अपनी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाकर स्वच्छ पर्यावरण अभियान में अपना अमूल्य योगदान दे सकें। शिविर के सफल संचालन में डॉ सुरेंद्र सचदेवा, डॉ शिवानी धवन, डॉ दीपक कोचर, डॉ राजेश गुप्ता, डॉ छाया मंगला, डॉ अरविंद भारद्वाज ,डॉ तेजेंद्र पाल, डॉ ऑक्शी शेखर, डॉ रशिका, डॉ सोमालिका ,डॉ हरलीन, डॉ सदफ मुख्तार, डॉ प्रतिमा, डॉ अपूर्वा, डॉ मेरीन आदि दांत विशेषज्ञों का सहयोग विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा।

Related Articles

Back to top button