सरकार ने 100 घंटे बाद भी नहीं ली किसानों की सुध, रोष प्रदर्शन
किसान आमरण अनशन जैसे कदमों को वापिस लें: बाबू लाल
राजेंद्र कुमार
सिरसा। हरियाणा में सिरसा के नाथूसरी चोपटा क्षेत्र में खराब हुई फ सल का बीमा क्लेम और मुआवजे की मांग को लेकर गांव नारायण खेड़ा के जल घर की टंकी पर चढ़े 4 किसानों की 100 घंटे बीतने के बावजूद सरकार द्वारा कोई सुध नहीं ली गई है। जिसको लेकर पूरे जिले के किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है। इसी के मद्देनजर रविवार को जिले के गांव -गांव से किसान ट्रैक्टर लेकर नारायण खेड़ा पहुंचे। जिनमें काफ ी संख्या में महिलाएं भी साथ रही। नारायण खेड़ा में जलघर की डिग्री पर टंकी पर चढ़े 4 किसानों के समर्थन में आमरण अनशन पर बैठने वाले किसानों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। रविवार को आमरण अनशन पर बैठने वाले किसानों की संख्या 13 हो गई। रविवार को भारी संख्या में पहुंचे किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रदर्शन किया।
बता दें कि खरीफ फ सल 2022 का बीमा क्लेम व मुआवजा किसानों को नहीं मिलने के कारण किसान 5 मई 2023 से नाथूसरी चौपटा तहसील कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर रहे थे। धरना प्रदर्शन करने के 90 दिन बीत जाने के बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं होता देख क्षेत्र के भरत सिंह झाझड़ा,दीवान सहारण, नरेंद्र पाल सहारण, जेपी कासनियां ने मांगों को मनवाने के लिए नारायण खेड़ा गांव के जलघर की टंकी पर चढ़कर आंदोलन को और तेज कर दिया। किसानों के समर्थन में हरियाणा सरपंच एसोसिएशन की उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल, सरपंच उदयपाल ढिल्लों, सुभाष कासनियां ,मांगेराम बैनीवाल, नंदलाल ढिल्लों , ओमप्रकाश झुरिया, महावीर सिंह, सतवीर सिंह, विजेंद्र, विनोद बांगड़वा, मुकेश कुमार ,अशोक बैनीवाल चाहरवाला, देवीलाल अली मोहम्मद सहित 13 किसानों ने आमरण शुरू कर दिया है।
किसानों के समर्थन में गोकुल सेतिया, पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल, सिरसा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पुनीता रानी, दयाराम सहारण शक्कर मंदोरी, किसान नेता रणधीर जोधकां सहित कई नेताओं ने धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों को समर्थन दिया।
जब इस संदर्भ में कृषि विभाग के उप निदेशक डा. बाबू लाल से पूछा गया तो बताया कि पेंडिग मुआवजा राशि को लेकर विभाग के सयुंक्त निदेशक जगराज सिंह की बैठक केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ तय थी मगर जुलाई माह में जगराज सिंह के गंगा में नहाने के दौरान जल बहाव में बह गए जिनकी पड़ताल की जा रही है। राज्य सरकार ने उस पद पर अब राजीव मिश्रा को लगाया है जो दो रोज पहले इस सिलसिले में दिल्ली गए थे,शीघ्र ही केंद्र सरकार के साथ बैठक प्रस्तावित है,समाधान हो जाएगा।
उन्होंने आदोंलनरत्त किसानों से अपील की है कि बने हालातों पर सयंम का परिचय देते हुए थोड़ा समय देते हुए भूख हड़ताल जैसे कदमों को वापिस लेना चाहिए।