पटियाला में सेवारत कर्नल और उनके पुत्र के साथ पुलिस द्वारा की गई मारपीट और दुर्व्यवहार पर पूर्व सैनिक संघ ने जताया रोष ,प्रधानमंत्री के नाम उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

सेवारत सैनिकों और पूर्व सैनिकों के साथ न हो पुलिस का दुर्व्यवहार, पूर्व सैनिकों ने प्रधानमंत्री के नाम उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन ।*
पटियाला में सेवारत कर्नल और उनके पुत्र के साथ पुलिस द्वारा की गई मारपीट और दुर्व्यवहार पर रोष प्रकट करते हुए पूर्व सैनिकों ने 2 अप्रैल बुधवार को रोहतक के उपायुक्त महोदय को प्रधानमंत्री ,रक्षा मंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपते हुए सरकार से मांग की है कि देश की आन बान शान की रक्षा करने वाले सेवारत सैनिकों और पूर्व सैनिकों के साथ किसी भी स्तर पर, यह जानने के बाद कि यह सेवारत सैनिक है या पूर्व सैनिक है किसी भी प्रकार की ज्यादतियां या दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए । क्योंकि एक सैनिक देश के नागरिकों के लिए सम्मान का प्रतीक है। आम जनता में उसका मान होता है ।
एक सैनिक देश की आन-बान शान के लिए अपने प्राण निछावर करने के लिए हमेशा तैयार रहता है। पंजाब के पटियाला में तत्काल में सेवारत कर्नल और उसके पुत्र के साथ पुलिस कर्मचारियों ने शराब के नशे में जो मारपीट और दुर्व्यवहार किया है वह बड़े खेद विषय है । उन्होंने बार-बार पुलिस को बताया कि हम सैनिक हैं इसके बावजूद भी वे शराब की धुन में मारपीट करते रहे। उनकी पत्नी ने जब एफ आई आर दर्ज कराने का प्रयास किये तो उसकी बात भी नहीं सुनी गई ।पूर्व सैनिकों के साथ ज्ञापन सौंपते हुए हरियाणा पूर्व सैनिक संघ के प्रवक्ता कैप्टन जगबीर मलिक ने उपायुक्त महोदय से अनुरोध किया कि सैनिकों की इस मांग को यथाशीघ्र प्रधानमंत्री ,रक्षा मंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री तक पहुंचाया जाए ताकि यथाशीघ्र इस पर कोई ठोस कार्रवाई हो।
**वहीं पूर्व सैनिकों ने उपायुक्त महोदय को विजय द्वार के शीघ्र पुनर्निर्माण का भी ज्ञापन सौंपते हुए अनुरोध किया कि यह मांग काफी समय से लंबित का पड़ी है। आपसे अनुरोध है कि यथाशीघ्र विजय द्वार का पुनर्निर्माण शुरू करवाने की कार्यवाही आरंभ की जाए क्योंकि इसके निर्माण के लिए स्थान निर्धारण जैसी फॉर्मलटियां पहले ही पूरी हो चुकी हैं।
ज्ञापन सौंपने वालों में हरियाणा पूर्व सैनिक संघ के प्रवक्ता कैप्टन जगबीर मलिक ,कप्तान राजेंद्र सिंह हुड्डा , कैप्टन बलवान अहलावत ,सूबेदार मेजर सुरेंद्र मलिक, हवलदार गुलाब वर्मा, हवलदार धर्मवीर खटकड़ ,हवलदार नरेश नांदल और राजवीर मलिक मुख्य रूप से उपस्थित रहे।