
“प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रामअवतार शर्मा ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की दसवीं कक्षा की परीक्षाओं में मैथ (गणित) के पेपर में हुई त्रुटियों के लिए प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा मांग करता है कि सभी बच्चों को कम से कम 20 ग्रेस मार्क्स दिए जाए.”
प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रामअवतार शर्मा ने कहा कि दसवी कक्षा का मैथ का पेपर बहुत ही मुश्किल था. इसमें करीब तीस नम्बरों का पेपर सिलबस से बाहर का था. पेपर के बाद सभी स्कूल संचालकों, अध्यापकों, बच्चों और उनके पेरेंट्स में भारी रोष है. . साथ ही, यह पेपर हरियाणा बोर्ड द्वारा समय समय पर जारी की जाने वाले सैंपल पेपर्स और ब्लू प्रिंट से भी मैच नहीं करता. सभी बच्चे बोर्ड द्वारा जारी किये जाने वाले सैंपल पेपर्स को देख कर ही पेपर पैटर्न का अंदाज़ा लगाते हैं और उसी हिसाब से तैयारी करते हैं. लेकिन इस बार जैसे ही मैथ का पेपर बच्चों के हाथ में आया सबके होश उड़ गए. बहुत से बच्चे तो परीक्षा हॉल में ही घबरा गए. परीक्षा के बाद जब बच्चे बाहर आये तो उन्होंने साडी कहानी बताई. एसोसिएशन ने पेपर मैथ के टीचर्स से चेक करवाया तो उन्होंने ने भी इसे बहुत मुश्किल बताया. . टीचर्स ने कहा कि करीब 30 नम्बर के प्रश्न NCERT की किताबों में से नहीं हैं. जबकि हरियाणा बोर्ड की गाइड लाइन कहती है कि बच्चों को NCERT सिलेबस पढ़ाया जाए और उसी में से पेपर भी बनाया जाए. रामअवतार शर्मा ने कहा कि बोर्ड के पेपर बनाने के नियमों के हिसाब से भी 100 में से कम से कम 50 प्रतिशत पेपर का डिफिकल्टी लेवल आसान होना चाहिए, 30 प्रतिशत पेपर ऐसा होना चाहिए जो साधारण बच्चा भी कर ले, और 20 प्रतिशत का डिफिकल्टी लेवल ऐसा होना चाहिए जो होशियार बच्चा कर ले. लेकिन इस पेपर का डिफिकल्टी लेवल इतना है कि और इस पेपर में होशियार से होशियार बच्चा भी 70 परसेंट से ज्यादा नंबर नहीं ला पायेगा. साधारण बच्चे तो लगभग फेल ही होंगे. . रामअवतार शर्मा ने कहा कि कुल 80 मार्क्स में से करीब 30 मार्क्स का पेपर तो आउट ऑफ़ सिलेबस ही है, इसलिए सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए एसोसिएशन ये मांग करता है कि कम से कम 20 ग्रेस मार्क्स सभी बच्चों को दिए जाएँ ताकि बच्चों के साथ न्याय हो सके. इस मुद्दे को लेकर जल्द ही एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही बोर्ड चेयरमैन और शिक्षा मंत्री से मिलेगा और उन्हें तथ्यों से अवगत करवाकर ग्रेस मार्क्स की मांग करेगा