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रोहतक रेंज के महानिदेशक ने भिवानी पुलिस के साथ बैठक कर कानून व्यवस्था का जायजा लिया

Ο अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहतक रेंज श्री के के राव ने की जिला भिवानी के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक
Ο मीटिंग में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों पर की गई विस्तृत चर्चा
Ο महिलाओं की सुरक्षा के लिए डायल 112 एप बारे जागरूक करके अधिक से अधिक महिलाओं का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा
Ο क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण व नशे की रोकथाम के लिए ग्राम प्रहरी का महत्वपूर्ण योगदान 

भिवानी: बुधवार को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहतक रेंज, रोहतक श्री के के राव आईपीएस विशेष रूप से पुलिस लाईन भिवानी पहुंचे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री के के राव का पुलिस लाईन पहुंचने पर पुलिस के जवानों द्वारा सम्मान स्वरूप सलामी दी गई। पुलिस लाईन भिवानी में उन्होंने जिला भिवानी के पुलिस अधिकारियों के साथ अपराध समीक्षा बैठक की। बैठक में अपराध, कानून एवं व्यवस्था व अन्य मुद्दों से संबंधित तुलनात्मक आंकड़ों की समीक्षा की गई।

इस अवसर पर बैठक में श्री के के राव आईपीएस, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहतक रेंज रोहतक की मुख्य मौजूदगी में पुलिस अधीक्षक श्री वरुण सिंगला भा०पु०से०, सहायक पुलिस अधीक्षक, सभी पर्यवेक्षण अधिकारी व जिला के सभी थाना प्रबंधक, सीआईए प्रभारी व अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे है।

मीटिंग में सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक श्री वरुण सिंगला आईपीएस के द्वारा जिला की भौगोलिक परिस्थितियों, थाना व चौकियों तथा मुख्य मार्गों के संबंध में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महोदय को विस्तृत जानकारी देते हुए अवगत कराया गया। मीटिंग के दौरान अनेक विषयों तथा आपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा विस्तृत विचार विमर्श किया गया। जिनमें तुलनात्मक आपराधिक आंकड़ों के साथ-साथ स्थानीय एवं विशेष प्रावधानों के तहत आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम करना, लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा, उदघोषित अपराधी, बेल जंपर, मोस्ट वांटेड तथा आपराधिक गिरोह में शामिल दोषियों की धरपकड़ के लिए की गई कार्यवाही, मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त दोषियों की संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई, शस्त्र लाइसेंसों का विश्लेषण, पासपोर्ट एवं शस्त्र लाइसेंस वेरिफिकेशन की कार्यवाही, दर्ज आपराधिक मामलों की जांच पड़ताल की कार्यवाही, चिन्हित अपराधों की रोकथाम के लिए निगरानी, मादक एवं नशीले पदार्थों, जुआ सट्टा, अवैध शराब की तस्करी तथा अवैध असलाह को पकड़ने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के दौरान की गई कार्यवाही की समीक्षा, क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था के हालात की समीक्षा, अपराध की दृष्टि से संवेदनशील एरिया में पुलिस की मौजूदगी एवं निगरानी इत्यादि विषयों की समीक्षा करते हुए विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
एडीजीपी श्री के के राव ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियो को संबोधित करते हुए कहा कि संगीन किस्म के अपराधों से जुड़ी शिकायतों की गहनता से जांच करके त्वरित कार्रवाई की जाए। इसके अलावा नशा तस्करी के अवैध धंधे पर अंकुश लगाने व नशाखोरी का अवैध कार्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में जाए।

उन्होंने जिला के मोस्टवांटेड, उद्घघोषित अपराधियों, बेल जम्परों व पैरोल जम्पर अपराधियों को पकड़ने के लिए गम्भीरता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। अपराधों की रोकथाम, शांति एवं कानून व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधिकारी व थाना प्रबन्धक अपने-अपने क्षेत्र में मोजिज व्यक्तियों से संपर्क, प्रत्येक गतिविधि पर निगरानी व सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित करें, ताकि कानून व्यवस्था एवं शांति बनी रहे।

उन्होंने अपराधिक मामलों जैसे आर्म्स एक्ट व एनडीपीएस एक्ट व जघन्य किस्म के दर्ज केसों का गहनता से अनुसंधान करने व केस की तह तक जाने के निर्देश दिए। ताकि अपराधियों के नेटवर्क का पता चल सके व प्रभावी कार्रवाई कर अपराध की पुनरावृति को रोका जा सके। उन्होने महिलाओ के विरुद्ध अपराधों की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में सेफ सिटी अभियान चलाया गया है। इस अभियान के तहत महिला सुरक्षा को लेकर विभिन्न पहलुओं को अपनाते हुए काम किया जा रहा है।

इसी क्रम में डायल 112 एप के संबंध में जागरूक करके स्कूल, कॉलेज व शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ने वाली छात्राओं तथा अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़ा जाए। इसके लिए महिलाओं को हैल्पलाइन नंबर-112 पर स्वयं का पंजीकरण करना होगा। इसके तहत स्कूलों, कॉलेजों तथा अन्य संस्थानों से समन्वय स्थापित करते हुए महिलाओं को 112 पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए प्रेरित किया जाए। इसी क्रम में सभी ऑटो का डाटा तैयार किया जाए। ऑटो चालकों को भी महिला सुरक्षा बारे जागरूक किया जाए। प्रत्येक ऑटो को यूनिक नंबर दिया जाए। ताकि सफर के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले तथा दबंग लोगों की सूची बनाकर नियम अनुसार उन पर कार्यवाही की जाए। इसके अलावा शैक्षणिक संस्थानों व ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं से छेड़छाड़ वाले हॉटस्पॉट क्षेत्र का पता लगाकर वहां पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी ताकि महिलाओं को सुरक्षित वातावरण मिल सके।

उन्होंने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आमजन से प्राप्त होने वाली शिकायतो पर तत्परता से कार्यवाही करके उचित समाधान किया जाए, ताकि शिकायत कर्ता को समय पर न्याय मिले। उन्होंने कहा कि प्राप्त शिकायत का समाधान होने उपरांत शिकायतकर्ता से संपर्क करते हुए उसे फीडबैक अवश्य लिया जाए कि क्या शिकायतकर्ता पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से संतुष्ट है अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता की फीडबैक के आधार पर अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।

समीक्षा मीटिंग के दौरान उन्होंने सभी थाना प्रबंधको को निर्देश देते हुए कहा कि थाना में आए प्रत्येक व्यक्ति के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाए। थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही की जाए। धोखाधड़ी, आर्थिक अपराध, साइबर अपराध व अन्य अपराधिक मामलों की जांच पड़ताल अथवा सरकारी कार्य में जानबूझकर बाधा या रुकावट डालने वाले व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाए।

थाना स्तर पर वांछित अति वांछित अपराधियों, पीओ व बेल जंपर को पकड़ने के लिए विशेष टीमों का गठन किया जाए। पीओ अथवा मोस्ट वांटेड को पकड़ने वाली पुलिस टीम को उचित इनाम देकर उत्साहवर्धन किया जाए। समीक्षा मीटिंग के दौरान उन्होंने सभी थाना प्रबंधको को निर्देश देते हुए कहा कि थाना में आए प्रत्येक व्यक्ति के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाए। थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही की जाए।

धोखाधड़ी, आर्थिक अपराध, साइबर अपराध व अन्य अपराधिक मामलों की जांच पड़ताल अथवा सरकारी कार्य में जानबूझकर बाधा या रुकावट डालने वाले व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाए। थाना स्तर पर वांछित अति वांछित अपराधियों, पीओ व बेल जंपर को पकड़ने के लिए विशेष टीमों का गठन किया जाए। पीओ अथवा मोस्ट वांटेड को पकड़ने वाली पुलिस टीम को उचित इनाम देकर उत्साहवर्धन किया जाए। समीक्षा मीटिंग के दौरान उन्होंने सभी थाना प्रबंधको को निर्देश देते हुए कहा कि थाना में आए प्रत्येक व्यक्ति के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाए।

थाने में आने वाले हर व्यक्ति की सुनवाई हो और उसकी शिकायत पर तुरंत निष्पक्ष एवं न्यायोचित कार्यवाही की जाए। धोखाधड़ी, आर्थिक अपराध, साइबर अपराध व अन्य अपराधिक मामलों की जांच पड़ताल अथवा सरकारी कार्य में जानबूझकर बाधा या रुकावट डालने वाले व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाए। थाना स्तर पर वांछित अति वांछित अपराधियों, पीओ व बेल जंपर को पकड़ने के लिए विशेष टीमों का गठन किया जाए। पीओ अथवा मोस्ट वांटेड को पकड़ने वाली पुलिस टीम को उचित इनाम देकर उत्साहवर्धन किया जाए।

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