धर्मवीर नागर को पैतृक गांव बौंद कलां में किया सम्मानित
Dharamvir Nagar was honored in his native village Baund Kalan

भिवानी, 14 फरवरी। गांव बौंद कलां में बाबा चंद्र दास धाम पर 15 फरवरी को आयोजित होने वाले मेले व भंडारे के उपलक्ष्य में आयोजित दो दिवसीय सांग महोत्सव के दौरान संस्कृति व संगीत के 75 वर्षीय पुरोधा धर्मवीर नागर को मेला कमेटी व ग्रामीणों ने स्मृति चिन्ह भेंट कर तथा माला पहनाकर सम्मानित किया।
इस दौरान धर्मवीर नागर ने ग्रामीणों की मांग पर अपने मधुर स्वरों में शकुंतला दुष्यंत किस्से की रागनी की मनमोहक प्रस्तुति दी। मेला कमेटी प्रधान सुबेदार गंगा सिंह ने कहा कि धर्मवीर नागर हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं। आज के युवा को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए तथा हमारी संस्कृति को अपनाना चाहिए। संस्कृति गौरव अवार्डी कप्तान सिंह बिसानिया ने धर्मवीर नागर का स्वागत करते हुए कहा कि सूर्य कवि पंडित लख्मीचंद की शिक्षाओं को युवा पीढ़ी के जीवन में ढालने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। इस कार्य में हम सभी को अपना सहयोग करना चाहिए ताकि हमारी युवा पीढ़ी संस्कारवान बन सके। इस अवसर पर उपप्रधान जयबीर, एडवोकेट देवेन्द्र सिंह, कवि रोहतान सिंह, कृष्ण सिंह बिसानिया, सुले गोठडिय़ा, सुबेदार अशोक शर्मा, एडवोकेट हरिओम शर्मा, बलजीत सिंह समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।