“वन रैंक-वन पेंशन” पर घमासान, मोदी सरकार से दो-दो हाथ करने को तैयार पूर्व सैनिक
रेवाड़ी के हुडा ग्राउंड में 17 सितंबर को होने वाली पूर्व सैनिक महारैली ऐतिहासिक होगी। पूर्व सैनिक संगठन द्वारा आयोजित इस राज्य स्तरीय महारैली में प्रदेश भर से पूर्व सैनिक जुटेंगे। पूर्व सैनिकों ने गेस्ट हाउस में बैठक कर “महारैली” की रूपरेखा तैयार की।
एंकर : रेवाड़ी में वन रैंक-वन पेंशन की विसंगतियों तथा मिलिट्री सर्विस-पे सहित विभिन्न मांगों को लेकर जिले के पूर्व सैनिको की ओर से 17 सितंबर को राज्य स्तरीय महारैली का आह्वान किया गया है। पूर्व सैनिक संगठन की कॉल पर रेवाड़ी के हुड्डा ग्राउंड में रविवार को पूर्व सैनिकों की ऐतिहासिक महारैली होगी। जिसमें प्रदेश के सभी जिलों से सैकड़ो की संख्या में पूर्व सैनिक भाग लेंगे।
पूर्व सैनिक महारैली में परमवीर चक्र विजेता कैप्टन योगेंद्र यादव मुख्य वक्ता होंगे। इस महारैली में मुख्य अतिथि कैप्टन योगेंद्र यादव पीवीसी, चमन सिंह महावीर चक्र विजेता, निहाल सिंह सेवा मेडल, कैप्टन रामचंद्र नायब सूबेदार, अजीत सिंह सेवा मेडल सहित प्रदेश भर से पूर्व सैनिक इस राज्य स्तरीय रैली में भाग लेंगे। पूर्व सैनिक रैली को लेकर पूर्व सैनिक संगठन की ओर से रेस्ट हाउस में बैठक कर रैली की रूपरेखा तैयार की गई।
पूर्व सैनिक प्रवक्ता कुलजीत यादव, कैप्टन वीर सिंह, कैप्टन भोलाराम, पूर्व नेवी ऑफिसर रामावतार यादव आदि वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने से पूर्व पीएम पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने 14 सितंबर 2013 को रेवाड़ी की इसी धरती पर इसी जगह पूर्व सैनिक रैली की थी। जिसमें वन रैंक वन पेंशन सहित पूर्व सैनिकों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की गई थी। लेकिन सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार उन सभी वादों को भूल गई। हालांकि वन रैंक वन पेंशन लागू तो किया गया लेकिन इसमें काफी विसंगतियां रह गई जिसको लेकर पूर्व सैनिक कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं यहां तक की दिल्ली के जंतर मंतर पर 20 फरवरी से आंदोलन भी किया हुआ था रेवाड़ी जिला सचिवालय पर प्रदर्शन कर रक्षामंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया जा चुका है बावजूद इसके अभी तक पूर्व सैनिकों की मांगों पर अमल नहीं किया गया। जिसके चलते पूर्व सैनिकों में सरकार के खिलाफ खास रोष है।
इसी को लेकर रेवाड़ी जिले में राज्य स्तरीय पूर्व सैनिक रैली 17 सितंबर को होगी जिसमें रेवाड़ी जिले के ही नहीं अपितु प्रदेश के सभी जिलों से सैकड़ो की संख्या में पूर्व सैनिक भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि यह उनकी सांकेतिक और ऐतिहासिक रैली होगी जो मोदी सरकार की चूले हिलाने का काम करेगी जिसमें मोदी की दस साल पहले हुई पूर्व सैनिक रैली से भी अधिक सैनिक भाग लेंगे।
इस मौके पर बैठक में कैप्टन जेएस राठी, अतर सिंह, कैप्टन वीर सिंह, कैप्टन भोलाराम, अध्यक्ष राम अवतार यादव, कैप्टन सत्यवीर सिंह, दलबीर सिंह, सूबेदार लालचंद, सतपाल नेवी नरेंद्र सिंह नेवी, सुरेंद्र सिंह अहीर एवं वीरेंद्र डुडी सहित बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक मौजूद रहे।