हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे की गवाह बनी बापोली जामा मस्जिद- जश्न-ए-आज़ादी पर राष्ट्रगान गाते हुए फहराया तिरंगा
कमाल हुसैन पानीपत
हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे के साथ राष्ट्रभक्ति की मिसाल पेश करते हुए पानीपत जिले में बापौली स्थित जामा मस्जिद में बड़ी संख्या में उपस्थित मुस्लिम समाज के लोगों ने “सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा” गीत गाकर राष्ट्र भक्ति का समां बांध दिया l इस अवसर पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच हरियाणा के प्रांतीय संयोजक अफसर रावल ने झंडा रोहण कर समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी l
श्री रावल ने कहा कि 1947 में आज के ही दिन हमे ब्रिटिश शासन के 200 सालों के राज से आजादी मिली थी l सन1757 से लेकर 1857 तक भारत पर ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कम्पनी का कंट्रोल था l देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियो के साहस और बलिदान के आगे अंग्रेजो ने घुटने टेक दिए और हमारा देश 15 अगस्त को आजाद हुआ। बापौली स्थित जामा मस्जिद में आज स्वतंत्रता दिवस पर उन सब मिल कर उन शहीदों को याद करते हुए तिरंगा फहराया।
बापौली के नायब तहसीलदार कैलाश चंद, बापौली थाना प्रभारी स. अतर सिंह, डा.प्रभु दयाल अरोड़ा, जितेंद्र वर्मा राजेंद्र आर्य, हरदेव नंबरदार, अली हसन, मौलाना जुबेर कारी, मुरसलीन, उमरदीन वकील आदि ने मिलकर मस्जिद पर तिरंगा फहराया तथा उसे सलामी दी।
नायब तहसीलदार कैलाश चंद ने राष्ट्रगान गाने और तिरंगे को सलामी को लेकर विवाद खड़ा करने वाले लोगों से कहा कि भारत सभी का वतन है, लिहाजा भारत के तिरंगे और राष्ट्रगान का सम्मान करना चाहिए। आजादी के इस जलसे में सभी शामिल होना चाहिए।
थाना प्रभारी स.अतर सिंह ने कहा कि हमारे देश का कानून व कोई भी धर्म यह नहीं कहता की देश की आन,बान व शान तिरंगा का सम्मान ना करो। जिस तिरंगे की शान के लिए हमारे देश के नौजवानों ने अपनी कुर्बानियां दी हों उसे हम धर्म के अनुसार कैसे बांट सकते हैं। आजादी धर्म के हिसाब से नहीं मिली है इसके लिए सभी धर्मों के युवा अपनी जिंदगी को दांव पर लगा कर गए हैं। इसलिए मंदिर, मस्जिद, चर्च व गुरूद्वारा सभी पर 15 अगस्त पर अपना तिरंगा फहराया जाना चाहिए।