68वीं राष्ट्रीय स्कूल खेल की कबड्डी प्रतियोगिता के चौथे दिन: हरियाणा की बेटियों ने उड़ीसा 42 अंको के अंतर से हराया
- चौथे दिन मेहमानों पर मेजबानी पड़ी भारी..
- लड़कों के वर्ग में छत्तीसगढ़ की टीम ने हरियाणा के आगे टेके घुटने
हरज्ञान चौधरी चंडीगढ़/ भिवानी।
मुख्य संपादक 9466887896
मंगलवार को शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित भीम स्टेडियम में 68वीं राष्ट्रीय स्कूल खेल की कबड्डी प्रतियोगिता के चौथे दिन प्री-क्वार्टर फाइनल के लिए जबरदस्त जोर आजमाईश रही। आयोजित लड़कियों के मैच में मेजबान टीम(हरियाणा) ने मेहमान टीम(उड़ीसा) को जबरदस्त तरीके से पटकनी दी। निर्धारित समयावधि में हरियाणा की टीम ने उड़ीसा को 51-9 अंकों के अंतर से हराया। वहीं लड़कों के वर्ग में भी मेजबानी टीम मेहमानों पर भारी पड़ी। हरियाणा की टीम ने छत्तीसगढ़ को 42-8 अंकों के अंतर से हराकर प्री –क्वार्टर के लिए जगह बनाई। प्रतियोगिता के बाकी मुकाबले बुधवार को आयोजित होंगे।
एसजीएफआई की फिल्ड ऑफिसर सुशीला कुमारी, सहायक निदेशक वीना सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी नरेश मेहता, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संतोष नागर,बीईओ सुरेंद्र सिवानी, प्राइवेट स्कूल वैलफेयर एसोसिएशन प्रधान रामौतार शर्मा , खेल प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी शिव कुमार तंवर व को-नोडल अधिकारी सत्यवान कोच ने संयुक्त रूप से खिलाड़ियों का परिचय लेकर मैच की शुरुआत करवाई। सबसे पहले हरियाणा व उड़ीसा की बेटियों के बीच मैच शुरु हुआ। हरियाणा की टीम ने टॉस जीता और मैदान लेने का फैसला लिया। उसके बाद उड़ीसा की टीम की तरफ रेडर ने रेड की। इस दौरान उड़ीसा की रेडर कोई अंक नहीं ले पाई। मैच के पांचवे मिनट में उड़ीसा के सभी खिलाड़ी आऊट होने पर लोना लगाया गया। जिस वजह हरियाणा की टीम को दो अंक अतिरिक्त मिल गए। मैच के सातवें मिनट में उड़ीसा के रेडर ने डू एंड डाई पर एक अंक गवाया। हरियाणा व उड़ीसा के बीच अंकों का अंतर लगातर बढ़ता जा रहा था। मैचे के दसवें मिनट में उड़ीसा ने सुपर टैकल किया और दो अंक अर्जित किए। 11 वें मिनट में उड़ीसा की टीम का रेडर आऊट हो गया,लेकिन बोनस का अंक हासिल करने में कामयाब रहा। मध्यातंर तक हरियाणा का स्कोर 28 तथा उड़ीसा का स्कोर चार रहा। इसी दौरान टाईम आऊट लेकर उड़ीसा की टीम में फेरबदल किया। जर्सी संख्या 7,11,4 व 3 को टीम से बाहर कर दिया। उनकी जगह 9,5,2 व 12 को शामिल किया। साथ ही अपनी मैच की रणनीति में तब्दीली की,लेकिन उड़ीसा की टीम हरियाणा की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी खुशी व नीकिता के सामने टिक नहीं पा रहे। हरियाणा टीम कोच राजवंती प्रवक्ता व सुनील कुमार सिगरोहा के मार्ग दर्शन पर टीम खेलते हुए अपना स्कोर 46-6 पर पहुंचा दिया। उड़ीसा की टीम के कप्तान व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी खुशीएका, गायत्री, लक्ष्मी, लीजा ने अपनी टीम की जीत के लिए भरपूर प्रयास किए,लेकिन मेजबान टीम के आगे उनके सारे प्रयास असफल साबित हुए। हरियाणा ने यह मैच 51-9 अंकों के स्कोर से जीता और हरियाणा की बेटियों ने क्वार्टर मे जगह निश्चित की।
हरियाणा की आक्रामकता के आगे छत्तीसगढ की टीम हुई बेबस
लड़कों के वर्ग में हरियाणा व छत्तीसगढ की टीम के बीच कबड्डी मैच खेला गया। मैच शुरू होते ही हरियाणा की टीम जबरदस्त उत्साह के साथ खेलना शुरू किया। हरियाणा की टीम ने शुरुआती दौर में बढ़त बनानी आरंभ कर दी। मैच के पांचवें मिनट में हरियाणा की टीम ने छत्तीसगढ की टीम को पहला लोना दिया। जिसके चलते हरियाणा की टीम को दो अंक अतिरिक्त मिले। आठवें मिनट में छत्तीसगढ के रेडर को डू एंड डाई के लिए भेजा गया। हरियाणा टीम के कैचरों ने रेडर को वहीं पर दबोच लिया। मैच के दसवें मिनट में हरियाणा की टीम ने छत्तीसगढ की टीम को एक ओर लोना लगाया। लोना लगने के बाद हरियाणा टीम के कोच सुभाष बापोडा व मैनेजर देवेंद्र टाइम आऊट लेकर दो खिलाड़ी जर्सी संख्या 7 व 11 को बाहर किया। उनकी जगह जर्सी संख्या 3 व नौ को टीम में शामिल किया। 12 वें मिनट में छतीसगढ टीम के रेडर तीसरी रेड के लिए गए,लेकिन हरियाणा की टीम के केचरों ने वहीं पर दबोच लिया। मैच के 14 वें मिनट में हरियाणा के रेडर को थ्रड रेड मिली। उस पर उसने दो अंक हासिल किए। जिसके चलते हरियाणा व छत्तीसगढ के अंकों का स्कोर 30-6 हो गया। हरियाणा की टीम के कप्तान व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी अमिष, आर्यन, निकेत, सातविक, प्रीसं व अमन का आपसी तालमेल के चलते छत्तीसगढ की टीम ने घुटने टेक दिए और मैच स्कोर 42-8 हो गया। लड़कों की हरियाणा टीम क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर गई। उड़ीसा की टीम प्रतियोगिता से बाहर हो गई।
म्हारी छौरी किस्सै न कौनी जाण दे..
जिस वक्त हरियाणा की बेटियों की टीम खेल मैदान में उतरी तो हर खेल प्रेमी की उनके प्रदर्शन पर नजर टीकी थी। क्योंकि अभी तक हरियाणा के बेटों व बेटियों का खेलों में खूब नाम है। जैसे ही उड़ीसा व हरियाणा की टीम के बीच मैच शुरू हुआ। उसके बाद तत्काल खेल प्रेमियों की बीच बीच में आवाज आने लगी कि म्हारी छौरी किसी ने जाण कौनी दे..। इससे पहले भी हरियाणा की बेटियों ने जमकर खेल खेला, अंकों की हरियाणा की झौली भर दी। मैच के अंत तक खेल प्रेमियों की हरियाणा की बेटियों के हौसला अफजाई के लिए आवाजें आती रही।
इस तरह रहे प्रतियोगिता के परिणाम
शारीरिक शिक्षक विनोद पींकू व डॉ. अनिल ने संयुक्त रूप से बताया कि लड़कियों के मैचों में तमिलनाडू ने पश्चिमी बंगाल को 42-20,दिल्ली ने आसाम को 35-34, सीबीएसई ने गुजरात को 45-22, कर्नाटक ने मध्यप्रदेश को 46-37, महाराष्ट्र ने हिमाचल को 40-38, राजस्थान ने सीबीएसईडब्ल्यूएसओ को 31-30 से हराकर क्वार्टर फाइलन में प्रवेश किया। लड़कों के वर्ग में राजस्थान ने नवोदय विद्यालय समिति को 48-21, पंजाब ने जम्मू कश्मीर को 32-16, महाराष्ट्र ने मध्य प्रदेश को 26-17, विद्या भारती ने पश्चिम बंगाल को 56-29, दिल्ली ने हिमाचल प्रदेश को 46-24, उत्तरप्रदेश ने चंडीगढ को 30-13, सीबीएसईडब्ल्यूएओ ने डीएवी को 39-26 के अंतर से हराया। उन्होंने बताया कि विजेता टीम क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर गई तथा उक्त मैच हारने वाली टीम प्रतियोगिता से बाहर हो गई। प्रतियोगिता में हुए आज के सभी मैच नॉक आऊट आधार पर खेले गए।
निर्णायक मंडल एवं आयोजन समिति में ये रहे शामिल
प्रतियोगिता के चौथे दिन आयोजन कमेटी व निर्णायक मंडल की अहम भूमिका रही। इस मौके पर बीईओ विजय प्रभा, विजय सांगवान, आनंद शर्मा, के अलावा कन्वीनर कमेटी में युद्धबीर सिंह प्राचार्य, पवन शास्त्री प्राचार्य, रीमा परमार प्राचार्या, अनिता नाथ, सीमा सरदाना, श्री भगवान, विनोद सोनी, श्याम सुंदर सांगवान,मनीष भारद्वाज,प्रवेश गौत्तम, अशोक ढांडा, जयबीर नाफरिया, भारत यादव, प्रीत पाल डीपीई तथा सविता घनघस पूर्व प्राचार्य कमल नयन आयोजन कमेटी में सुरेश दलाल पीटीआई जींद, लक्ष्मण गौड़,मनोज शर्मा अजमेर प्रवक्ता,पवन मिताथल, जगबीर सिहाग,श्री भगवान, राजेश ढांडा, विरेंद्र घनघस, अरविंद कौशिक,सोमदत्त डीपीई, सुनील पीटीआई, बलवान डीपीई, राजेश्वर ढिल्लो,जीतपाल शर्मा,शमशेर डीपीई, सुमन देवी, प्रवीण फौजी, संजय यादव, कुलदीप मेहला, भूप डीपीई बडेसरा, रामचंद्र पुनिया, जरनैल सिंह, अजमेर जांगड़ा, कृष्ण पीटीआई,प्रवीण भारद्वाज, राकेश पीटीआई, जीतपाल शर्मा,सुभाष बापोड़ा,राकेश रोहिला, विनोद बाला, सरिता डीपीई,आशा डीपीई, पुष्पा पीटीआई, अनिल सांगवान, प्रदीप प्रवक्ता, रामपाल सिंह, सुशील दहिया, विरेंद्र डीपीई ,लाजपत डीपीई, राजेश सिवाच, रमेश कुमार,सुधीर मलिक, मदन गोपाल, रविंद्र सिंह, दयानंद डीपीई, रविंद्र बाबा, सुमन लिपिक,कृष्णा सिवाच, अनिता खेड़ा, सुनीता देवी, मुकेश सांगवान, अंजू शास्त्री, निर्णायक मंडल में विद्यानंद कोच, संजय कोच, संजय शर्मा, भूपेंद्र देशवाल, सुखेदव रंगा, मोती लाल जांगड़ा, राजेंद्र पीटीआई, बलजीत डीपीई, संदीप कादयान, रमेश धनाना आदि शामिल है।