
हां, राहुल गांधी 2029 में भारत के प्रधानमंत्री बन सकते हैं। लेकिन वे राहुल गांधी अकेले ऐसे राजनेता नहीं हैं जो 2029 के बाद प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद कर रहे हैं।
2029 में कई राजनेता प्रधानमंत्री बन सकते हैं – मोदी (अगर वे चौथी बार चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं), योगी, अमित शाह (अगर मोदी चौथी बार चुनाव नहीं लड़ते हैं) दूसरे खेमे से। हो सकता है कि भारतीय गठबंधन के कुछ राजनेता दूसरे “देवेगौड़ा” या “आई के गुजराल” बनाना चाहें। गणित सरल है – एक राजनेता को संसद में 272 सांसदों के समर्थन की आवश्यकता होगी।
हां, कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपेक्षाकृत अच्छा प्रदर्शन किया और 2029 के लोकसभा चुनाव में मोदी के सामने 15 साल की सत्ता विरोधी लहर होगी। इसके बावजूदकांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिल पायेगा इस पर अंदेशा बना हुआ है । इसके लिए कांग्रेस और राहुल गांधी को जमीन पर 5 साल तक कड़ी मेहनत करनी होगी। राहुल गांधी ने अपनी हैसियत का आभास तो करवाया है फिर भी कुछ ऐसी कमियां देखने को मिल जाती हैं जो उनके विरोधियों को उनके खिलाफ प्रचार में मदद करती हैं बार उन्हें पूर्णकालिक पूर्णकालिक राजनीतिज्ञ बनना होगा । हमेशा की तरह, राहुल गांधी संसद के दो सत्रों के बीच एक गुप्त विदेश यात्रा पर गए।जिस से विरोधियों को उनके बारे में बोलने का मौका मिलता है l
2029 में प्रधान मंत्री बनने कि ख्वाइश पूरी करने के लिए राहुल गांधी को सरकार का एक वैकल्पिक मॉडल पेश करना होगा।मोदी सरकार की गलतियों के हौले मात्र से बात बनने वाली नहीं दिखती । कांग्रेस पार्टी को यह दिखाने की ज़रूरत है कि उनके पास सरकार का एक वैकल्पिक मॉडल है।
2029 में प्रधान मंत्री बनने कि ख्वाइश पूरी करने के लिए राहुल गांधी को सरकार का एक वैकल्पिक मॉडल पेश करना होगा। सिर्फ़ संविधान की थैली लहराना और यह दावा करना कि मोदी सरकार की गलतियों के हवाले मात्र से बात बनने वाली नहीं दिखती । कांग्रेस पार्टी को यह दिखाने की ज़रूरत है कि उनके पास सरकार का एक वैकल्पिक मॉडल है।
राहुल गांधी के पास 2029 में मौका हो सकता है लेकिन मोदी/योगी/शाह के पास भी 2029 में बेहतर मौका है।