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राजनीति

हरियाणा प्रदेश में अब नहीं रहेगी बिजली की किल्लत, 35 साल के लिए सिक्किम से 200 मेगावाट बिजली खरीदेगा प्रदेश

 

हरियाणा 35 साल के लिए सिक्किम से 200 मेगावाट बिजली की खरीद करेगा। इस संदर्भ में दोनों राज्यों के बीच कुछ दिन पहले करार भी हुआ था। करार के अनुसार हरियाणा को सिक्किम से 24 घंटे बिजली मिलेगी। यह बिजली गर्मी व बरसात में 24 घंटे, जबकि अन्य दिनों में इवनिंग टाइम में छह घंटे प्रयोग करनी होगी। सभी पेंच दूर करने के बाद इसी साल से यह सप्लाई हरियाणा को मिलने लगेगी।

2035 तक हरियाणा को 19 हजार मेगावाट बिजली की दरकार होगी। इसके लिए विभाग पहले से तैयारी में जुटा हुआ है। यमुनानगर में हरियाणा पावर प्लांट लगाने का निर्णय ले चुका है, जबकि सेंटर की सलाह है कि इसे झारखंड में लगाया जाए। हरियाणा इस संदर्भ में अपना पक्ष केंद्र के सामने रख चुका है। अब अगस्त में बिजली निगमों के चेयरमैन पीके दास केंद्र में पावर सेक्रेटरी के साथ बैठक करेंगे।

बैंक की हुई बिजली प्रयोग कर रहा हरियाणा

हरियाणा इन दिनों बैंक की गई बिजली का भी प्रयोग कर रहा है। दरअसल हरियाणा हर साल करीब 500 मेगावाट बिजली दूसरे राज्यों में सर्दी के दिनों में बैंक करता है, क्योंकि सर्दी में हरियाणा में बिजली की खपत कम हो जाती है और जो बिजली बचती है उसे दूसरे राज्यों को दिया जाता है। जब गर्मी यानी पीक सीजन में ज़रुरत होती है तो इन राज्यों से बिजली ली जाती है। यही नहीं मीडियम टर्म की बिजली की सप्लाई भी जल्द होने लगेगी। यह पांच साल के लिए ली जाएगी।

अगले सप्ताह दिल्ली में होगी दोनों राज्यों की बैठक

बिजली प्रोजेक्ट को लेकर सोमवार को दोनों राज्यों के सीएम के बीच चंडीगढ़ में बैठक को चुकी है। दरअसल हरियाणा ने सिक्किम के साथ बिजली लेने का करार कर रखा है। इसमें कुछ राशि हरियाणा को सिक्किम को देनी है। इस राशि को लेकर दोनों राज्यों के बिजली अधिकारियों के बीच अगले सप्ताह नई दिल्ली में बैठक होगी। इसमें मामला निपटने के बाद बिजली का करार फाइनल हो जाएगा। इसके बाद बिजली की सप्लाई इसी साल सर्दियों से पहले हरियाणा में होने लगेगी।

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