हरियाणा की महिलाओं को मिली मन की मुराद सीआईएसएफ में महिला बटालियन की मंजूरी महिलाओं को मिलेगी नई पहचान
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- सीआईएसएफ को मिली पहली महिला बटालियन
- गृह मंत्रालय ने महिला बटालियन की स्थापना को दी मंजूरी
- महिला बटालियन में 1025 महिलाएं शामिल होंगी
- महिला बटालियन के गठन से महिलाओं को सीआईएसएफ में शामिल होने और राष्ट्र की सेवा करने के लिए मिलेगा प्रोत्साहन
चंडीगढ़, 15 नवंबर – देश में महिलाओं को सशक्त बनाने और राष्ट्रीय सुरक्षा में उनकी भूमिका बढ़ाने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए गृह मंत्रालय ने सीआईएसएफ की पहली महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दी है।
महिला बटालियन की स्थापना को मिली मंजूरी
पंजाब एवं हरियाणा सिविल सचिवालय (चंडीगढ़) की सीआइएसएफ यूनिट के डिप्टी कमांडेंट नितिन सिन्हा ने बताया कि राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के सपने को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने सीआइएसएफ की पहली महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दी है।
सीआईएसएफ उन महिलाओं के लिए एक पसंदीदा विकल्प रहा है जो वर्तमान में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में राष्ट्र की सेवा करना चाहती हैं। सीआईएसएफ में महिला बलकर्मियों की संख्या 7 प्रतिशत से अधिक है। महिला बटालियन के गठन से देश भर की महत्वाकांक्षी युवा महिलाओं को सीआईएसएफ में शामिल होने और राष्ट्र की सेवा करने के लिए और प्रोत्साहन मिलेगा। इससे सीआईएसएफ में महिलाओं को एक नई पहचान मिलेगी।
सीआईएसएफ मुख्यालय ने नई बटालियन के लिए शीघ्र भर्ती, प्रशिक्षण और मुख्यालय के स्थान के चयन के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। प्रशिक्षण को विशेष रूप से डिजाइन किया जा रहा है, जिससे एक विशिष्ट बटालियन बनाई जा सके और बल की महिलाओं को वीआईपी सुरक्षा में कमांडो के रूप में, हवाई अड्डों की सुरक्षा, दिल्ली मेट्रो रेल सुरक्षा जैसे विविध कर्तव्यों स्थलों पर सुरक्षा सेवा प्रदान करने हेतु सक्षम बनाया जा सके।
एक विशिष्ट सैन्य टुकड़ी के रूप में गठित की जाने वाली महिला बटालियन देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, जैसे हवाई अड्डों और मेट्रो रेल की सुरक्षा और कमांडो के रूप में वीआइपी सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी संभालेगी।
53वें सीआईएसएफ दिवस समारोह के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देशों के अनुसरण में, बल में महिला बटालियनों के सृजन की प्रक्रिया शुरू की गई थी।