Religious and Culture

हरियाणा कला परिषद ने किया तीन दिवसीय सांग का आयोजन

-सांगी कलाकार ने सांग के अंतिम दिन किया राजा उत्तानपाद किस्से का मंचन
भिवानी, 19 नवंबर। जिले के गांव कायला में हरियाणा कला परिषद के तत्वावधान में तीन दिवसीय सांग का आयोजन किया गया। जिसमें सांगी कलाकार रामेहर शर्मा ने चंद्रहास, हीर रांझा सांग के माध्यम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। सांग के अंतिम दिन सांगी कलाकार रामेहर शर्मा ने राजा उत्तानपाद के सांग का मंचन करते हुए बताया कि राजा उत्तानपाद अयोध्या के राजा थे. वे स्वयंभू मनु और शतरूपा के पुत्र थे। राजा उत्तानपाद की दो रानियां थीं, जिनके नाम सुनीति और सुरुचि थे। सुनीति से उन्हें ध्रुव और सुरुचि से उत्तम नाम का बेटा हुआ।
एक बार ध्रुव पिता की गोद में खेल रहा था, तभी सुरुचि आ गईं और ध्रुव को गोद से उठा लिया। सौतेली मां के व्यवहार से दुखी ध्रुव, अपनी मां के पास दौड़ते हुए आए। मां ने कहा कि तुम भगवान को अपना सहारा बनाओ। ध्रुव ने भगवान विष्णु की तपस्या की और उनसे वरदान पाया। भगवान ने ध्रुव को ध्रुव तारा बना दिया। सांग में सांगी कलाकार ने अनेकों घटनाओं का वर्णन कर श्रोताओं का मनोरंजन किया। इसके बाद हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी से सांग में पधारे लक्ष्मी दत्त शर्मा को गांव कायला व आस पास के ग्रामीण इलाकों से आए ग्रामीणों ने शॉल व पगड़ी के साथ सम्मानित किया। गांव कायला की सरपंच आरती व सरपंच प्रतिनिधि व अधिवक्ता नरेश गौतम, जय प्रकाश थानेदार धारेडू, सरपंच बजरंग शर्मा धारेडू, पवन पूर्व सरपंच धारेडू, प्रदीप शर्मा धारेडू ने कहा कि हरियाणा कला परिषद इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर हमारी प्राचीन संस्कृति को बचाए रखने व युवाओं को पहुंचाने में अहम रोल अदा करती है।

Related Articles

Back to top button