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स्वर्णकार समाजमने पुरखा महाराज अजमीढ़ की जयंती मनाई
अजमीढ़ चौक पर माल्यार्पण कर समाज के लोगों द्वारा उन्हें याद किया।
भिवानी, 17 अक्तूबर।
नरेंद्र सिंह प्रधान, सुभाष सोनी महासचिव, जितेंद्र कुमार कोषाध्यक्ष मेढ क्षत्रिय स्वर्णकार समिति हरियाणा ने संयुक्त रूप से कहा कि महाराजा अजमीढ़, मैढ़ क्षत्रिय का जन्म त्रेता युग के अंत में हुआ था। वे चंद्रवंशी राजा थे और मर्यादा पुरुषोत्तम के समकालीन थे। अजमीढ़ ने अजमेर शहर बसाकर मेवाड़ की नींव रखी थी। वे धर्म-कर्म में विश्वास रखते थे और सोने-चांदी के आभूषण, खिलौने, और बर्तन बनाते थे। इनके शौक ने ही बाद में उनके वंशजों के लिए आभूषण बनाने का व्यवसाय बन गया।
इस अवसर पर अशोक, सुभाष वर्मा, महेंद्र, सुरेंद्र, हरिओम, सुभाष वर्मा, मनोज सहित समाज के अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।