मत प्रतिशत 50 से ऊपर हुआ तो कांग्रेस की सीट होंगी 70 पार
सर्वाधिक वोट प्रतिशत वर्ष 1972 में 47% सर्वाधिक वोट प्रतिशत 2025 में सर्वाधिक 67 सीट का अपना पुराणा रिकॉर्ड तोड़ पायेगी कांग्रेस

क्या 8 अक्टूबर कांग्रेस पार्टी हरियाणा में अब तक अपने सर्वश्रेष्ठ चुनावी प्रदर्शन का पिछला रिकॉर्ड तोड़ पाएगी
- वर्ष 2019 तक हुए 13 विधानसभा आम चुनावों में कांग्रेस का सर्वाधिक वोट प्रतिशत वर्ष 1972 में 47% रहा जबकि सीटों की दृष्टि से पार्टी ने सबसे अधिक 67 सीटें वर्ष 2005 में जीतीं
- तीन वि.स. आम चुनावों वर्ष 1967, 1968 और 2005 में प्रदेश भर में किसी कांग्रेस उम्मीदवार की नहीं हुई थी ज़मानत जब्त
- इस बार कांग्रेस का मत प्रतिशत बढ़ कर ५० से उपर जा सकता हैl
- सीधी सी बात है इसका असर सीटों की संख्या पर भी पड़ेगा जो 70 के आंकड़े को पर कर सकती हैं l
चंडीगढ़ – शनिवार 5 अक्टूबर को हरियाणा प्रदेश की सभी 90 वि.स. सीटों पर मतदान सम्पन्न होने के बाद अब सारी निगाहें मंगलवार 8 अक्टूबर को निर्धारित मतगणना के दिन पर टिक गई हैं. जहाँ तक मतदान पश्चात विभिन्न न्यूज़ चैनल्स और चुनाव एजेंसियों आदि द्वारा सार्वजनिक किये गये एग्जिट पोल्स के नतीजों का विषय है, तो लगभग सभी द्वारा नई गठित होने वाली 15वी हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों में से कांग्रेस पार्टी को औसतन 50 से 55 सीटें अर्थात स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान जताया जा रहा है.जबकि कोंग्रे के पक्ष में बह रही लहर को देखते हुए नतीजे इस से भी हैरानकून हो सकते हैं कांग्रेस पार्टी काहरियाणा में अब तक का जो बेहतरीन रिकॉर्ड है वह 1972 में 47%मतदान रहा है जबकि सीटों की दृष्टि से पार्टी ने सबसे अधिक 67 सीटें वर्ष 2005 में जीतीं थी इस बार कांग्रेस पार्टी ना केवल अपने पूर्ण रिकॉर्ड को बेहतर करेगी वरन एक नया रिकॉर्ड भी बना सकती है l ऑनलाइन भास्कर की टीम का मत है कि कांग्रेस का मत प्रतिशत 50 % से उपर जा सकता है वहीँ सीटों की संख्या 70 से ऊपर जा सकती है l जो कांग्रेस पार्टी का हरियाणा के अब तक के इतिहास में रिकॉर्ड बन सकता हैl
2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 28% फीसदी वोट मिले थे, जबकि बीजेपी को 36.50% से ज्यादा. दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी ने सबको चौंकाते हुए 14.84% वोट हासिल किए थे. लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजे बताते हैं कि जेजेपी का वोट प्रतिशत घटकर 0.87 पर आ गया.इनेलो जेजेपी का मत पूरी तरह कांग्रेस की तरफ खिसक गया इनेलो के वोट शेयर में भी अच्छी खासी गिरावट आई और इसका ज्यादातर हिस्सा कांग्रेस की ओर गया इसलिए कांग्रेस अपने लिए विधानसभा चुनाव में आसान राह देख रही है. इनेलो और जेजेपी के मत प्रतिशत में गिरावट का आंकड़ा 2024 के लोकसभा चुनाव में साफ तौर पर देखने को मिला
2024 के लोकसभा चुनाव में ही हो गई थी 14 .80 % मत लेकर 10 सीटें जितने वाली जन नायक जनता पार्टी सिर्फ 0.87 प्रतिशत मत हासिल कर सकी, वहीं इंडियन नेशनल लोकदल %को 2.5मात्र वोट भी घट कर 1.74 फीसदी रह गए . इन दोनों दलों का आधार मतदाता जाट रहा है जो खिसक कर कांग्रेस में आत्मसात कर गया वहीँ अब इन दोनों दलों के लिए अस्तित्त्व का संकट बन गया है इन दोनों दलों के वोट बैंक में सेंध लगा है वहीँ कांग्रेस ने व् दलित समुदाय में कांग्रेस अपनी पैठ भी बढ़ाई है l जिस कारन इस बार कांग्रेस का मत प्रतिशत बढ़ कर ५० से उपर जा सकता है अगर ऐसा हुआ तो यह एक रकोर्ड बन जायेगा कांग्रेस के अधिकतम मत प्रतिशतता का सीधी सी बात है इसका असर सीटों की संख्या पर भी पड़ेगा जो 70 के आंकड़े को पर कर सकती हैं l