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सरकार के नील गाय को मारने के फैसले का गौ किसान समृद्धि ट्रस्ट ने जताया विरोध

सरकार के नील गाय को मारने के फैसले ने पशु प्रेमियों की भावनाओं को किया आहत : महेंद्र गोदारा
नील गाय मारने की अनुमति की आड़ में दूसरे वन्य प्राणियों की होगी हत्या : युद्धवीर मंगल सिंह खरेटा
गौवंश व हिरण द्वारा फसलों में नुकसान पहुंचाने की बात कहकर क्या उन्हे भी मारने का कानून पास कर दिया जाएगा: महेंद्र गोदारा

भिवानी, 11 फरवरी : हरियाणा सरकार द्वारा वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम में संशोधन करते हुए नील गाय को मारने की अनुमति देने का फैसले का गौ किसान समृद्धि ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं श्रीमद भगवद् गीता पढ़ो-पढ़ाओ अभियान के संचालक महेंद्र सिंह गोदारा ने विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा मंत्रीमंडल के नील गाय को मारने का फैसला आने के बाद मांसाहारियों ने नील गाय को सरेआम मारकर खाना शुरू कर दिया है। जिसके चलते पशु प्रेमियों में भारी रोष बना हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले ने पशु प्रेमियों की भावनाओं को आहत करने का काम किया है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द अपने इस फैसले को वापिस ले। महेंद्र सिंह गोदारा ने कहा कि इस धरती पर अकेला मानव ही नहीं, सभी जीवों का जीने का अधिकार है।

उन्होंने कहा कि गौवंश व हिरण द्वारा फसलों में नुकसान पहुंचाने की बात कहकर क्या उन्हे भी मारने का कानून पास कर दिया जाएगा। गोदारा ने कहा कि सरकार का यह फैसला पूरी तरह से वन्य प्राणियों व जीव रक्षा प्रेमियों की भावनाओं के खिलाफ है। इस मौके पर गौ किसान समृद्धि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष युद्धवीर मंगल सिंह खरेटा ने कहा कि सरकार को यह फैसला तुरंत वापिस लेना चाहिए, क्योंकि नील गाय मारने की अनुमति की आड़ में शिकारी लोग दूसरे वन्य प्राणियों की भी हत्या करने से गुरेज नहीं करेंगे। ऐसे में इस फैसले को अविलंब वापस लिया जाए, नहीं तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर मां सेवा समिति के सोरभ इंदोरा, लक्ष्मी गु्रु्रपस के रोशन इंदोरा, ईशवर सिंह, सुखबीर सिहाग, दयानंद भाकर, डा. विकास भी साथ रहे।

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