सत्य, अहिंसा और सादगी का संकल्प दोहराने के लिए युवाओं को प्रेरित करना जरूरी : डा. राजू मेहरा जताई
दो महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर किया नमन
भिवानी, 02 अक्तूबर : देश के दो महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण परिषद द्वारा बुधवार को गांव पालुवास स्थित पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर दोनों महापुरूषों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया तथा उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए राष्ट्रहित में अपना योगदान देने का संकल्प लिया गया।
इस मौके पर अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण परिषद के राज्य आयुक्त डा. राजू मेहरा जताई ने कहा कि प्रतिवर्ष दो अक्तूबर को हम दो महान नेताओं गांधी एवं शास्त्री को याद करते है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजाद कराने की लड़ाई का नेतृत्व किया था। अहिंसक विरोध का उनका सिखाया सबक आज भी पूरी दुनिया में सम्मान के साथ याद किया जाता है। वही पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। उनकी सादगी और विनम्रता के लोग कायल थे। उन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान जय जवान जय किसान का नारा दिया था। उन्होंने कहा कि गांधी और शास्त्री की जयंती पर एक बार फिर से सत्य, अहिंसा और सादगी का संकल्प दोहराने के लिए युवाओं को प्रेरित करना है, ताकि युवा पीढ़ी समाज व राष्ट्र की तरक्की में अपना योगदान दे सकें। इस अवसर पर दादी कृष्णा देवी,हरीश कुमार,अवनीश झा,दीपक कुंडू, धर्मबीर बंगलिया,सितेंद्र तालू, जय सिंह खरकिया,सोनिया,मुन्नी रानी,ज्योत्सना, पल्लवी झा,पूजा, तन्नू रानी, माहीका, कारवी, अनवी आदि शामिल रहे।