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बिज़नेसराजनीति

श्री रामा कल्ब के 74वें रामलीला महोत्सव का भव्य शुभारंभ

विश्वभर में बढ़ते आतंकवाद के समय में रामायण की ज्यादा महता:गणेशीलाल
सिरसा में 1946 से रामलीला मंचन कर रहा है श्री रामा कल्ब

राजेंद्र कमार
सिरसा। हरियाणा में सिरसा के श्री रामा कल्ब चेरीटेबल ट्रस्ट द्वारा जनता भवन रोड स्थित रामलीला ग्राउंड में आयोजित 74वें रामलीला महोत्सव का रविवार रात भव्य शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर ओडिशा के महामहिम राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल बतौर मुख्यातिथि पहुंचे। विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी मनीष सिंगला ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कल्ब के मुख्य संरक्षक श्याम बजाज ने की। कल्ब के प्रधान अश्वनी बठला, गुलशन गाबा व अन्य ट्रस्टियों ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया।

सिरसा में श्री रामा कल्ब द्वारा मंचित श्री रामलीला का दृश्य।

अपने संबोधन में राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल ने कहा कि आज के समय में रामायण की जरूरत और ज्यादा हो गई है। विश्व में चारों तरफ आतंकवाद फैला हुआ है। आतंकवाद के खात्मे के लिए भगवान राम के आदर्शों को अपनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 2025 तक पूरा विश्व राम भक्त बन जाएगा। उन्होंने श्री रामा कल्ब चेरीटेबल ट्रस्ट के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि कल्ब पिछले 74 सालों से रामलीला एवं दशहरा मंचन कर रहा है, इसके लिए बधाई का पात्र है। कल्ब के संस्थापक कलाकारों से लेकर वर्तमान ट्रस्टियों से वे परिचित है और वे उनके मित्र, परिवार के सदस्य है। इस अवसर पर प्रो. गणेशी लाल ने रामचरित मानस व रामायण के अनेक श्लोकों व प्रसंगों का उच्चारण किया, जिन्हें सुनकर पंडाल में बैठे लोग तालियां बजाते रहे। इस अवसर पर उन्होंने अपनी तरफ से कल्ब को एक लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की साथ ही कल्ब द्वारा प्रस्तावित राम मंदिर के लिए हर संभव योगदान देने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि मनीष सिंगला ने कहा कि परमात्मा का उनके परिवार पर खूब आशीर्वाद है। वे साधारण परिवार से हैं, उनके दादा जी मंडी में मुनीम थे और रोजाना शाम को प्राचीन श्याम मंदिर में प्रभु को भजन सुनाने जाते थे। आज वे जो कुछ भी है श्याम प्रभु के आशीर्वाद से ही हैं। इस अवसर पर उन्होंने एक भजन – ऐसा क्या काम किया हमने तेरा, जो मेरा हाथ तुमने थामा है। सुनाया, जिस पर पूरा पंडाल झूम उठा। उन्होंने बताया कि प्रो. गणेशी लाल 18 अक्तूबर को अयोध्या में होने वाली रामलीला का उद्घाटन भी करेंगे।

कल्ब के प्रधान अश्वनी बठला, महासचिव गुलशन गाबा, बाबू लाल फुटेला, अनिल डूमरा, सुरेश कालड़ा द्वारा भेंट किए गए भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप को प्रो. गणेशी लाल ने शीश नवाकर श्रद्धा पूर्वक स्वीकारा।
श्री रामा कल्ब के मंच पर पहले दिन सर्वप्रथम रावण का विमान से कैलाश पर्वत की तरफ जाना और विमान का अचानक रूक जाना। इसके पश्चात रावण द्वारा घमंड में आकर कैलाश पर्वत को उठाने का प्रयास करना बाद में असफल रहने पर भगवान शिव से क्षमा याचना करने का दृश्य दिखाया गया। जिन्हें देखकर हर कोई भाव विभोर हो गया। कलाकारों ने कंठस्थ किए डॉयलाग व शानदार अभिनय को दर्शक रह रह तक तालियां बजाते रहे। बड़े ही सात्विक भाव से मंचित हो रही रामलीला को देखने हर बार की तरह इस बार भी पहले ही दिन से दर्शकों की भीड़ उमडऩे लगी है।

 

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