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वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. आरपी जैन की स्मृति में अधिवक्ताओं को की लाईबे्ररी समर्पित

एक करोड़ से अधिक लागत से बनी लाईब्रेरी में 1946 से अब तक की किताबें है उपलब्ध : पिलानिया

भिवानी, 19 नवंबर : स्थानीय जिला बार सभागार में जिला बार एसोसिएशन भिवानी द्वारा मंगलवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. आरपी जैन की स्मृति में उनकी धर्मपत्नी निर्मला जैन ने लाईब्रेरी अधिवक्ताओं को समर्पित की। कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश डीआर चालिया ने शिरकत की तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला बार एसोसिएशन भिवानी के प्रधान सत्यजीत पिलानिया ने की व मंच संचालन सचिव दीपक तंवर ने किया। जिला बार सभागार के नजदीक बनी लाईब्रेरी के उद्घाटन के दौरान पहुंचने पर मुख्यअतिथि व अन्य न्यायधीशों स्वागत का निर्मला जैन एवं प्रधान सत्यजीत पिलानिया ने किया। अधिवक्ताओं के लिए निर्मला जैन द्वारा किए इस सराहनीय कार्य के अवसर पर जिला बार एसोसिएशन के प्रधान सत्यजीत पिलानिया भी काफी भावुक नजर आए। इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश डीआर चालिया ने कहा कि अधिवक्ताओं के लिए लाइब्रेरी केवल एक स्थान नहीं, बल्कि ज्ञान और विशेषज्ञता का स्रोत है। जो उन्हें न्यायिक प्रणाली में अपनी भूमिका प्रभावी ढंग से निभाने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि लाइब्रेरी में कानूनी किताबें, केस लॉ, और जर्नल्स होते हैं। जो अधिवक्ताओं को अपने क्षेत्र के कानून और न्यायिक प्रणाली को समझने और उसमें बदलावों को जानने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि किसी केस के लिए ठोस तर्क और तथ्य प्रस्तुत करने के लिए गहन अनुसंधान की आवश्यकता होती है। लाइब्रेरी में उपलब्ध संसाधन जैसे कि अधिनियम, संविधान, और व्याख्यात्मक किताबें अधिवक्ताओं को केस को मजबूत बनाने में मदद करती हैं। इस मौके पर जिला बार एसोसिएशन भिवानी के प्रधान सत्यजीत पिलानिया ने वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. आरपी जैन की धर्मपत्नी निर्मला जैन का आभार जताया।  उन्होंने बताया कि इस लाईब्रेरी में वर्ष 1946 से लेकर आज तक की किताबें मुहैया करवाई गई है। जिस पर एक करोड़ रूपये से भी अधिक कीमत की लागत आई है। उन्होने बताया कि प्रदेश भर में एक छत के नीचे इतनी बड़ी लाईब्रेरी की सुविधा कही और नहीं हे। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी निर्मला जैन द्वारा अधिवक्ताओं को ई-लाईबे्ररी मुहैया करवाई गई थी। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा. संजीव आर्य, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सरूचि अतरेजा सिंह, अतिरक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनीष कुमार,अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश विक्रमजीत अरोड़ा, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय पाराशर, जिला जज फैमिली कोर्ट जसवीर सिंह सिद्धू, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशीष शर्मा, एसीजेएम जोगेंद्र सिंह,  सीजेएम मीता कोहली, मजिस्ट्रेट सोहनलाल मलिक, मजिस्ट्रेट हार्दिक सचदेवा, मजिस्ट्रेट हरजोत कौर, मजिस्ट्रेट अंर्तप्रीत सिंह, मजिस्ट्रेट सृष्टि सचदेवा, लीगल ऐड सीजेएम पवन कुमार सहित अधिवक्तागण सावित्री देवी, पूनम सांगवान, वेदपाल ढि़ल्लो, शैलेंद्र श्योराण, विकास बुडानिया, पूर्व उपप्रधान मुकेश गुलिया, पूर्व सचिव संजय तंवर, पीयूष वर्मा, अनिल साहु, शिवकुमार चांगिया, रविंद्र पपोसा, ऑडिटर रविंद्र ग्रेवाल, अमित ढुल, सुरजीत सैनी, अरविंद बैराण, हरेंद्र भालोठिया, अविनाश तंवर, राजपाल यादव,  जयपाल चौहान, पूर्व प्रधान जोगेंद्र तंवर, मंजू शर्मा, संजीव तंवर भी मौजूद रहे।

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