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वेटरन संगठन भिवानी ने  डीएपी खाद की कमी को लेकर जताई चिंता

100 लाख टन डीएपी की खपत होने के बाद भी नीजि गोदामों में पहुंची 49 लाख टन डीएपी : बिरेंद्र सिंह ग्रेवाल बामला

भिवानी, 12 नवंबर : स्थानीय भारत नगर में वेटरन संगठन भिवानी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता वेटरन संगठन भिवानी के प्रधान सूबेदार मेजर बिरेंद्र सिंह ग्रेवाल बामला ने की। इस दौरान जिला में बनी डीएपी खाद की भारी कमी व उसके कारण होने वाले किसानों को परेशानियों पर चर्चा की गई तथा सरकार से मांग की गई किसानों को जल्द से जल्द डीएपी खाद समुचित मात्रा में उपलब्ध करवाई जाए, ताकि किसान अगली फसल की बिजाई कर सकें। इस मौके पर सूबेदार मेजर बिरेंद्र सिंह ग्रेवाल बामला ने कहा कि एक तरफ तो भाजपा सरकार दावा करती है कि डीएपी खाद की कमी नहीं है, लेकिन दूसरी तरफ खाद लेने के लिए किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात इस कदम खराब हो चुके है कि किसानों को खाद के लिए रात-रात भर सरकारी खरीद केंद्रों के सामने बैठने पर मजबूर है, लेकिन इसके बावजूद भी उन्हे खाद नहीं मिल रही। सूबेदार मेजर बिरेंद्र सिंह ग्रेवाल बामला ने कहा कि सामान्य तौर पर 100 लाख टन डीएपी की खपत होती है, लेकिन अभी तक सिर्फ 49 लाख टन डीएपी ही गोदामों में पहुंच पाई है, वह भी नीजि गोदामों में पहुंच रही है। जिसके चलते खुले तौर पर खाद की कालाबाजारी हो रही है तथा किसानों को मजबूरन अधिक दामों पर खाद खरीदनी पड़ रही है, ताकि वे और अधिक आर्थिक मार से खुद को बचा सकें। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए जान-बूझकर खाद की कालाबाजारी करवा रही है, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का स्थायी समाधान किया जाना बहुत जरूरी है तथा सरकार से मांग की कि किसानों को नुकसान पहुंचाने की बजाए उन्हे राहत पहुंचाने का काम करें।

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