रोडवेज कर्मचारियों की जायज मांगों के प्रति सरकार गंभीर नहीं: अनिल फौजी
– हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर 16 फरवरी को कर्मचारीयों की मांगों के लिए देशव्यापी हड़ताल में रहेगा रोडवेज का चक्का जाम
भिवानी। आगामी 16 फरवरी को अपनी मांगो को लेकर हरियाणा रोड़वेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर रोड़वेज का चक्का जाम करेंगें। हड़ताल की अध्यक्षता डिपो प्रधान अनिल फौजी, विजेंद्र मिताथल ने संयुक्त रूप से की तथा डिपो सचिव अनिल नागर व राजकुमार तालू ने संचालन किया। राज्य प्रधान नरेन्द्र दिनोद, ओमप्रकाश ग्रेवाल ने बताया की रोडवेज कर्मचारियों की जायज मांगों के प्रति सरकार गंभीर नहीं।
उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री व रोडवेज के उच्च अधिकारी रोडवेज कर्मचारियों की जायज मांगों की अनदेखी करके कर्मचारियों को हड़ताल करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। परिवहन मंत्री व रोड़वेज के उच्च अधिकारियों के साथ कई दौर की वार्ता के बावजूद भी कर्मचारियों की मांगों को जायज मानते हुए भी लागू नहीं किया जा रहा है । इसलिए पूरे प्रदेश के रोडवेज कर्मचारियों में सरकार के प्रति भारी रोष है ।
सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण मांगों पर बार बार वायदे कर वायदाखिलाफी की है। वायदाखिलाफी ही नहीं बल्कि धोखा किया है, अर्जित अवकाश कटौती पत्र वापसी लेकर भी दोबारा से अर्जित अवकाश में कटौती लागू कर दी। परिचालकों, लिपिकों व चालकों के वेतनमान की वेतन विसंगति दूर नहीं की जा रही विभाग में पक्की भर्ती करने की बजाय कौशल रोजगार निगम से कच्ची भर्ती कर विभाग को बर्बादी की तरफ धकेला जा रहा है।
केंद्र सरकार ने हिट एंड रन का नया कानून बनाकर चालको के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। पुरानी पैंशन बहाली,जोखिम भत्ता, 2016 में भर्ती चालकों को पक्का करना व 1992 से 2004 के मध्य लगे कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से पक्का करना।
ग्रुप डी कर्मचारियों को कौमन कैडर से बहार निकालने का वादा खोखला निकला। 8 वर्ष का बोनस सरकार ने हजम किया। एक बार फिर किलोमीटर स्कीम व स्टेज कैरीज स्कीम के तहत बसें लाने की योजना को अमलीजामा पहनाया। 5300 सरकारी बसों का बेड़ा करने का खाली सपना दिखाया। सांझा मोर्चा के मांग पत्र में शामिल सभी मांगों के प्रति सरकार बिल्कुल भी गम्भीर नहीं। बल्कि उल्टा केंद्र सरकार ने चालकों पर हिट एंड रन कानून लागू कर भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।
इस अवसर पर अरविन्द,सुरेश सुई, पवन शर्मा, राजेश पंघाल,मनोज काकडोली, सुरेंद्र ढाणी टोडा, प्रताप सिंह राठौड़, जोगिंद्र ढुल,सोनू प्रजापत, रमेश लांबा, रामकिशन ,सुरेन्द्र बडेसरा, प्रदीप यादव, विजय कुडल, बिशनपाल, राकेश, सुधीर, संजय प्रजापत, सुनील, मुकेश, रविंदर आदि कर्मचारी मौजूद थे।