राज्य

रूढि़वादी सोच में सुधार लाने में महात्मा ज्योतिबा फुले का रहा विशेष योगदान : डा. राजू मेहरा जताई

अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण परिषद ने महात्मा ज्योतिबा फूले को किया नमन

भिवानी, 28 नवंबर : शिक्षा के अग्रदूत महात्मा ज्योतिबा फुले का मानना था कि समाज और देश तभी आगे बढ़ सकता है, जब महिलाएं भी शिक्षित हो। इसीलिए उन्होंने महिला शिक्षा पर जोर दिया। जिसके परिणाम स्वरूप आज महिलाएं शिक्षित होकर हर क्षेत्र में पुरूषों के समान तरक्की कर रही है, जिसका श्रेय महात्मा ज्योतिा फूले को जाता है। यह बात अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण परिषद के राज्य आयुक्त डा. राजू मेहरा जताई ने महात्मा ज्योतिबा फूले की पुण्यतिथि पर वीरवार को केंद्रीय विद्यालय पालुवास में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करने उपरांत कही। डा. राजू मेहरा जताई ने कहा कि महिलाओं को स्वतंत्रता से जीने के लिए रूढि़वादी विचारों वाले समाज में सुधार लाने के लिए महात्मा ज्योतिबा फुले का विशेष योगदान रहा है। महात्मा ज्योतिबा फूले 19वीं सदी के एक महान भारतीय विचारक, समाज सेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रांतिकारी कार्यकर्ता थे, जिन्होंने महिलाओं एवं विधवाओं के कल्याण के लिए काम किए। उन्होंने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फूले ने महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाने, बाल विवाह के खिलाफ और विधवा विवाह के समर्थन में कार्य किया स्त्रियों की दशा सुधारने और उनकी शिक्षा के लिए ज्योतिबा ने 1848 में एक स्कूल खोला। यह इस काम के लिए देश में पहला विद्यालय था। इस अवसर पर धर्मवीर बंगालिया, सचिन वर्मा, रणबीर सिंह, अनिल कुमार, नरेश कुमार, अवनीश कुमार झा, निशा रानी, बिमला देवी, माहिका मेहरा आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

Related Articles

Back to top button