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महाराज बीरेन्द्र सिंह जी की वीडियो एडिट कर वायरल करने के बारे में व्रजीत सागर ने संगत से मांगी माफ़ी |

बोला : काल का ऐसा चक्कर चला कि बहक गया, अंतरात्मा से पूज्य बाबा जी ने पुकारा तो हुआ गलती का अहसास, दरबार में अब गुनाह की माफ़ी के लिए लगाईं अरदास l
कालांवाली | पूज्य महाराज वकील साहिब के चोला छोड़ने के बाद महात्मा बीरेन्द्र सिंह जी के खिलाफ एक गीत को एडिट कर वायरल करने के मामले में अपनी गलत मंशा के लिए डेरा प्रेमी व्रजीत सागर ने माफ़ी मांगी है| उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के गाँव गरगईया` गौटिया के व्रजीत सागर ने मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम, डेरा जगमालवाली के दरबार में पहुंचकर मीडिया से बातचीत की और बताया कि उसका परिवार करीबन 30 साल से डेरे से जुडा हुआ है| गत 1 अगस्त को पूज्य परम संत बहादुर चंद वकील साहिब जी ने चोला छोड़ दिया| 2 अगस्त को डेरे में विवाद की वजह से माहौल खराब हो रहा था| इसी माहौल में उसकी भावनाएं गलत मंशा की तरफ चली गयी और महात्मा बीरेन्द्र जी की पूज्य महाराज वकील साहब के सामने नए साल के उपलक्ष्य में 31 दिसम्बर को हुए प्रोग्राम में गाना गाते हुए की वीडियो से छेड़-छाड़ की और फिर इसमें गाना बदलकर जबरदस्ती वसीयतनामा करवाने से जोड़कर पोस्ट कर दिया | व्रजीत सागर ने कहा कि काल के भंवर में ऐसा फंसा कि झूठ को भी सच कहकर वायरल कर दिया जिसे करीबन दो लाख से अधिक लोगों ने  देखा |
सप्ताह भर के दौरान हुआ गलती का अहसास, मन में आज भी पछतावा |
व्रजीत सागर ने बताया कि एक सप्ताह तक वह माहौल को खिलाफ करने में लगा रहा, लेकिन इसी दौरान अंतरात्मा में सतगुरु ने आवाज़ दी कि गलत कर रहा है | सच और झूठ को परख, तब बहुत पश्चाताप हुआ और डेरे के पक्ष में तो पोस्ट डालनी शुरू कर दी, लेकिन अपने की हुई गलती को किसी को बताया नहीं |
सप्ताह भर पहले उसने निश्चय कर लिया कि जो गलती हुई है, उसके लिए सतगुरु से माफ़ी मांग रहा है  और उसने इस सम्बन्ध पर फेसबुक पर अपनी पोस्ट भी डाली है | इसके बाद कई लोगों ने उसे बिका हुआ भी कहा, लेकिन इससे उसे कोई फर्क नहीं पड़ता| कोई एक सच्चा श्रद्धालु यह सिद्ध नहीं कर सकता की उसने कभी किसी से कोई सहायता ली हो | जो लोग इस तरह की बातें करते है, सच तो यह है कि उनके मन में पाप है और ऐसे लोग सच्चे सत्संगी नहीं हो सकते |
सतगुरु के दरबार में आया हूँ | जहाँ अपने किए की माफ़ी मांगी है और अरदास किया है कि सतगुरु की प्यारी साध संगत भी उसे माफ़ करें|  व्रजीत सागर ने कहा कि कई लोग संगत को बरगलाने का प्रयास कर रहे है | संगत ऐसे किसी भी व्यक्ति के बहकावे में ना आये | इस अवसर पर अमर सिंह बिश्नोई ने कहा कि गुमराह होने के बाद सतगुरु ने उन्हें कहा कि अमर सिंह गुमराह ना हो। उन्होंने कहा कि जिससे जो गलती हुई है, उसके लिए सतगुरु से मांगी मांगनी चाहिए |
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