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मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न से सम्मानित करे सरकार : डा. राजू मेहरा जताई

खुदीराम बोस व डा. राजेंद्र प्रसाद की जयंती एवं मेजर ध्यान की पुण्यतिथि पर किया उन्हे नमन

भिवानी, 03 दिसंबर : अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण परिषद के कार्यालय में मंगलवार को महान स्वतंत्रा सेनानी व प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न डा. राजेंद्र प्रसाद व स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस की जयंती एवं हाकी के जादूगर मेजर ध्यान की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर तीनों महापुरूषों के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर नमन किया तथा उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए राष्ट्र की तरक्की में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण परिषद के राज्य आयुक्त डा. राजू मेहरा जताई ने कहा कि भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक डा. राजेंद्र प्रसाद सादा जीवन उच्च विचार वाले व्यक्तित्व थे। वे देश के प्रथम राष्ट्रपति बने7 राजेंद्र प्रसाद की लोकप्रियता के चलते उन्हें भारत रत्न से नवाजा गया। राष्ट्रपति भवन में जाने के बाद भी उन्होंने वहां हमेशा सादगी को सर्वोपरी रखा। डा. राजू मेहरा जताई ने कहा कि खुदीराम बोस जैसे अनेक स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों की कुर्बानियों के कारण ही आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। हम सभी को उसके जीवन आदर्श को अपनाना चाहिए। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जीवन आदर्श पर प्रकाश डालते हुए डा. राजू मेहरा जताई ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नेतृत्व में भारत ने वर्ष 1928, 1932 और 1936 में ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने 1926 से 1949 तक अपने करियर में करीब एक हजार से अधिक गोल दागे थे। उन्होंने सरकार से मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग भी उठाई। इस अवसर पर दीपक चंदावस, रवि कुमार, रविंद्र वैध, कश्मीर कड़वासरा, बलवान सिंह मिस्त्री, अंकित लाठर, सुशील दत्त शर्मा, अशोक यादव आदि मौजूद रहे।

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