भिवानी की सीवेरज व्यवस्था व् पेयजल सप्लाई के सुधार पर होगा 304 करोड़ का खर्चा : घनश्याम सर्राफ
- 222 करोड़ से सुधरेगी पेयजल सप्लाई की सेहत
- बेदम हुए सीवरों में 82 करोड़ की योजना से फूंकी जाएगी जान
- विधायक सर्राफ ने दिए चीफ इंजीनियर को शहर के कार्यो के प्रस्ताव
भिवानी।
अब शहर के लोगों के समक्ष सप्लाई के पानी का लो प्रेशर,अंतिम छोर पर पानी न पहुंचने की शिकायत नहीं रहेगी। विधायक घनश्याम सर्राफ ने शहर में सात नए बुस्टिंग स्टेशन तैयार करवाने , पुराने जलघरों को तोड़कर नए बनवाने व उनकी क्षमता बढवाने मिताथल हैड पर मोटरों की क्षमता बढ़वाने आदि करीब 222 करोड़ रुपये के कार्य करवाए जाएंगे। इन सभी कार्यो को कराए जाने का प्रस्ताव पब्लिक हेल्थ विभाग के चीफ इंजीनियर को सौंपा है। इस दौरान गलियों के अंतिम छोर तक पूरा पानी न पहुंचने तथा सप्लाई का प्रेशर लो होने की समस्या उठाई। जिस पर चीफ इंजीनियर ने शीघ्र इन कार्यो को पास करवाकर बजट डलवाए जाने का भरोसा दिलाया। इनके अलावा पटरी से उतरी सीवर व्यवस्था को भी दुरूस्त करवाया जाएगा। जिस पर करीब 82 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
विधायक घनश्याम सर्राफ के आवास पर पब्लिक हेल्थ विभाग के चीफ इंजीनियर प्रदीप पुनिया, अधीक्षक अभियंता दलबीर दलाल, कार्यकारी अभियंता सूर्याकांत, सुनील रंगा, कनिष्ठ अभियंता ताजदीन, पकंज, संजय जैन, आशिष बैठक में शामिल हुए। विधायक सर्राफ ने शहर में विभिन्न जगहों पर सात बुस्टिंग स्टेशन बनाए जाने की मांग रखी। जिनमें से तीन बुस्टिंग स्टेशन पहले अप्रूव हो चुके है। उनके लिए भूमि नहीं मिल पाई। अधिकारियों का तर्क था कि भूमि दिलवाते ही बुस्टिंग स्टेशनों के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। इस पर विधायक ने दो सप्ताह के भीतर भूमि दिलवा दी जाएगी। इनके अलावा शहर में चार जगहों पर नए बुस्टिंग स्टेशन बनाए जाने की कही। जिनके मौके पर ही विधायक की तरफ से प्रोपजल दिए गए। इनके अलावा पुराने जलघरों को नए टैंक बनवाए जाने तथा उनकी क्षमता बढवाए जाने का भी प्रस्ताव दिया। ताकि नए जलघर बनने के बाद अंदरूनी शहर में पीने के पानी की कोई समस्या नहीं बनेगी।इस पर चीफ इंजीनियर ने तत्काल कार्य करवाए जाने का भरोसा दिलाया। इसी तरह इन जलघरों में पर्याप्त पानी छोड़ने के लिए मिताथल हैड पर लगी मोटरों की क्षमता बढवाए जाने का भी प्रस्ताव दिया। इन सभी कार्यो पर करीब 222 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। इन सभी कार्यो का प्रस्ताव विधायक सर्राफ ने चीफ इंजीनियर को सौंपे। ये कार्य पूरे होने के बाद शहर के किसी भी कोने में पानी की सप्लाई का प्रेशर कम होने या पानी न पहुंचने की कोई शिकायत नहीं रहेगी।
चार किलोमीटर पुरानी तो 18 किलोमीटर डलेगी नई सीवर लाइन
विधायक सर्राफ ने आयोजित बैठक में अंदरूनी शहर में सीवर व्यवस्था पटरी से उतरने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि सीवर व्यवस्था खराब होने की वजह से लोगों केा अनेक परेशानी उठानी पड़ रही है। इस दौरान पुराने शहर में पुरानी सीवर लाइन की जगह नई सीवर लाइन डाले जाने का प्रस्ताव दिया। जो कि करीब चार किलोमीटर के आसपास बैठती है। इनके अलावा नए इलाकों में 18 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन डाले जाने का प्रस्ताव दिया। जिस पर पब्लिक हेल्थ के अधिकारियों ने पुरानी की जगह नई तथा नए इलाकों में सीवर लाइन डाले जाने की हामी भरी। इनके अलावा ट्रीटमेंट प्लांट का अपग्रेडेशन का भी प्रस्ताव रखा। विधायक की तरफ से रखे गए सभी प्रस्तावों पर चीफ इंजीनियर ने अपनी सहमित जताई और अधिकारियों से अगले सप्ताह तक उक्त कार्यो के प्रस्ताव व एस्टीमेट भिजवाए जाने के निर्देश दिए। इसी तरह बावड़ी गेट पर एक पम्पिंग स्टेशन बनाए जाने का भी प्रस्ताव दिया गया। इसी तरह सीवरों के सफाई करवाए जाने के टेंडर तुंरत करवाए जाने का भरोसा दिलाया।
क्या कहते है विधायक सर्राफ
विधायक घनश्याम सर्राफ ने बताया कि पब्लिक हेल्थ विभाग के चीफ इंजीनियर के साथ मीटिंग हुई है। जिसमें शहर में पुरानी व जर्जर सीवर लाइन को बदलने तथा नए इलाकों में नई लाइन डाले जाने की मांग की गई थी। साथ ही उक्त कार्यो के प्रस्ताव चीफ इंजीनियर को सौंपे गए है। बावड़ी गेट पर एक पम्पिंग सेट लगाए जाने का भी प्रस्ताव है। ताकि बारिश के दिनों में लगातार पम्प चलाकर शहर के पानी की निकासी हो सके। उक्त कार्य करीब 82 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इनके अलावा शहर में सात जगहों पर बुस्टिंग स्टेशन बनवाए जाने की येाजना है। उनमें से तीन के लिए जल्द ही भूमि उपलब्ध करवाई जाएगी। साथ ही चार अन्य जगहों पर बुस्टिंग स्टेशन बनवाए जाएंगे।इनके अलावा पुराने जलघर के टैंकों की जगह नए टैंक बनवाने व उनकी क्षमता बढवाए जाने की प्रस्ताव भी दिया है।इन सभी कार्यो के होने के बाद शहर में किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं रहेगी।