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भारत में शिक्षा और जॉब तैयारी प्रोग्राम्स की नई क्रांति

 

भारत में हर साल लाखों छात्र उच्च शिक्षा पूरी करते हैं, लेकिन सही मार्गदर्शन के अभाव में वे अपनी योग्यता और रुचि के अनुसार करियर नहीं बना पाते। बढ़ती बेरोजगारी और बदलते जॉब मार्केट के बीच Certified Academic Counselor एक ऐसा पेशा बनकर उभरा है, जो न केवल छात्रों को सही दिशा दिखाने में मदद करता है, बल्कि युवाओं के लिए भी रोजगार के असीम अवसर खोल रहा है।

भारत में शिक्षा प्रणाली तेजी से बदल रही है। नई शिक्षा नीति (NEP) के लागू होने के बाद अब केवल डिग्री प्राप्त करना पर्याप्त नहीं रह गया है, बल्कि स्किल-बेस्ड लर्निंग और करियर-ओरिएंटेड फैसलों की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। इसी वजह से योग्य और प्रशिक्षित Certified Academic Counselors की मांग स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग सेंटर्स, यूनिवर्सिटीज, और यहां तक कि कॉर्पोरेट सेक्टर में भी तेजी से बढ़ रही है।

Certified Academic Counselor कौन होता है और क्या भूमिका निभाता है?

एक Certified Academic Counselor वह विशेषज्ञ होता है जो छात्रों को उनके करियर और शिक्षा से जुड़े सही निर्णय लेने में सहायता करता है। यह केवल करियर गाइडेंस तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्रों को उनकी रुचि, क्षमता, और जॉब मार्केट की आवश्यकताओं के अनुरूप सर्वश्रेष्ठ विकल्प चुनने में मदद करता है।

इनकी मुख्य जिम्मेदारियां होती हैं:
✔ करियर प्लानिंग – छात्रों को उनकी योग्यता और रुचि के अनुसार सही करियर चुनने में मदद करना।
✔ स्किल डेवलपमेंट गाइडेंस – केवल डिग्री नहीं, बल्कि आवश्यक स्किल्स के बारे में मार्गदर्शन देना।
✔ शिक्षा और रोजगार के बीच का पुल – छात्रों को सही संस्थानों, स्कॉलरशिप, और प्लेसमेंट के अवसरों से जोड़ना।
✔ बेरोजगारी को कम करने में योगदान – युवा वर्ग को सही करियर में प्रवेश करवाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देना।

भारत में Certified Academic Counselors की बढ़ती मांग

भारत में अभी 3,00,000+ Certified Academic Counselors की जरूरत है, और यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। वैश्विक स्तर पर भी करियर काउंसलिंग एक बिलियन-डॉलर इंडस्ट्री बन चुकी है, जहां योग्य काउंसलर्स की भारी मांग है। पश्चिमी देशों में यह पहले से ही एक स्थापित करियर ऑप्शन है, और अब भारत में भी इसकी संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।

इस क्षेत्र में करियर ग्रोथ और संभावनाएं

✔ बढ़ती मांग: स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग संस्थानों और कॉरपोरेट सेक्टर में काउंसलर्स की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है।
✔ तेजी से उभरता करियर: भारत में यह एक नया लेकिन तेजी से विकसित हो रहा पेशा है, जिससे लाखों युवाओं को रोजगार मिल सकता है।
✔ आत्मनिर्भरता: यह फील्ड केवल नौकरी तक सीमित नहीं है, बल्कि खुद का करियर काउंसलिंग बिज़नेस शुरू करने का भी शानदार अवसर प्रदान करता है।
✔ ग्लोबल स्कोप: करियर काउंसलिंग की सेवाएं अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए ग्लोबली भी उपलब्ध कराई जा सकती हैं, जिससे भारतीय काउंसलर्स विदेशों में भी सेवा दे सकते हैं।

कौन बन सकता है Certified Academic Counselor?
✔ एजुकेशन सेक्टर में अपना करियर बनाने के इच्छुक युवा।
✔ ग्रेजुएट्स और पोस्ट-ग्रेजुएट्स, जो एक स्थिर और प्रतिष्ठित करियर चाहते हैं।
✔ शिक्षक, ट्रेनर्स, कोचिंग संचालक और वे लोग जो शिक्षा के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।
✔ जो लोग बेरोजगारी से परेशान हैं और एक नया करियर विकल्प तलाश रहे हैं।

बेरोजगारी से समाधान की ओर एक नया कदम

भारत में युवाओं को सिर्फ नौकरियों की तलाश में नहीं रहना चाहिए, बल्कि ऐसे करियर को अपनाना चाहिए जो न केवल उन्हें आत्मनिर्भर बनाए, बल्कि दूसरों के भविष्य को भी उज्जवल करे। Certified Academic Counselor एक ऐसा ही करियर ऑप्शन है, जो न केवल रोजगार प्रदान कर रहा है, बल्कि छात्रों की जिंदगी संवारने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

अगर आप भी भारत में शिक्षा के इस बदलाव का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो Certified Academic Counselor के रूप में खुद को स्थापित करना एक सुनहरा अवसर है।

 

Pareedhi Welfare Care Foundation दे रही सिर्फ ₹365 में घर बैठे स्कूल शिक्षा एवं युवाओं को रोजगार का अवसर

हर बच्चा पढ़ेगा, हर युवा बढ़ेगा – सस्ती और सुलभ शिक्षा की अनूठी पहल

राजस्थान, 2025: शिक्षा हर बच्चे का मौलिक अधिकार है, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए इसे हासिल करना एक चुनौती बनी हुई है। इसी को ध्यान में रखते हुए Pareedhi Welfare Care Foundation ने एक क्रांतिकारी पहल की शुरुआत की है। अब केवल ₹365 वार्षिक शुल्क में देशभर के बच्चे घर बैठे ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।

संस्था का उद्देश्य है कि हर गरीब और जरूरतमंद बच्चा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जुड़ सके और अपने भविष्य को संवार सके। इस कार्यक्रम के तहत छात्र सीबीएसई और राज्य बोर्ड के अनुसार तैयार किए गए पाठ्यक्रम के माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे, जिससे उन्हें प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं और उच्च शिक्षा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

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