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भक्ति भाव से सम्पन्न हुई 77वें वार्षिक निरंकारी संत समागम की तैयारियां

भिवानी, 13 नवम्बर। सांस्कृतिक और अध्यात्मिक आनंद के दिव्य स्वरूप 77वें वार्षिक निरंकारी संत समागम का भव्य आयोजन 16 से 18 नवम्बर को संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल, समालखा हरियाणा में सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं आदरणीय निरंकारी राजपिता रमित जी की पावन छत्रछाया में होने जा रहा है जिसकी तैयारियां अंतिम चरण पर हैं। यह जानकारी भरत राम मीडिया सहायक भिवानी जोन ने समागम ग्राऊण्ड से संत निरंकारी  मण्डल के सचिव श्री जोगिंदर सुखीजा जी के हवाले से दी। उन्होंने कहा कि नि:संदेह इस दिव्य संत समागम में सभी संतों को हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ज्ञान, प्रेम और भक्ति का अनुपम संगम दृश्यमान होगा। इस पावन अवसर की तैयारियां पूर्ण समर्पण एवं सजगता के साथ श्रद्धालु भक्तों द्वारा निभाई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि विश्वभर के समस्त श्रद्धालुओं को प्रति वर्ष इस भक्ति उत्सव की उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा रहती है जिसमें विभिन्न संस्कृतियों एवं सभयताओं का अद्भुत संगम अपनी बहुरंगी छठा द्वारा अनेकता में एकता का अनुपम चित्रण करते हुए विश्वबंधुत्व की साकार भावना को दर्शाता है। दिव्यता के इस अनुपम आयोजन में लाखों की संख्या में श्रद्धालु भक्त सम्मलित होकर सतगुरु के दिव्य दर्शन और अमूल्य प्रवचनों का लाभ प्राप्त करेंगे।
उन्होंने बताया कि समागम व्यवस्था के अंतर्गत प्रतिवर्ष निर्मित भव्य गेट की संरचना मुम्बई की गोपी एंड पार्टी टीम द्वारा निभाई जाती है जो उनकी कला और निष्ठा को जीवंत रुप में प्रदर्शित करती है।
सम्पूर्ण समागम परिसर को चार भागों में वितरित किया गया है जिसमें ए, बी, सी एवं डी ग्राउंड में। जिसके अंतर्गत ए भाग प्राय: मुख्य सत्संग स्थल, निरंकारी प्रदर्शनी तथा संत निरंकारी मंडल के प्रशासकीय विभागों के कार्यालयों, निरंकारी प्रकाशन, कैंटीन, सेवादल रैली स्थल एवं पार्किंग इत्यादि में वितरित किया गया है। अन्य तीनों भागों में श्रद्धालु भक्तों के लिए रिहायशी टैंट की व्यवस्था की गई हैं भिवानी  व चरखी दादरी के निरंकारी श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए डी ग्राउंड में टैंट संख्या 597 व 598  निर्धारित किया गया है।जिनमें पानी, बिजली, सीवरेज इत्यादि जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है। समागम में स्वच्छता का भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समागम परिसर के सभी मैदानों में लंगर बनाने एवं वितरण का भी उचित प्रबंधक किया गया है जिसमें निरंकारी सेवादल दिन-रात अपना योगदान दे रहे हैं।
श्रीबलदेव राज नागपाल जी ने बताया कि समागम संबंधित सारी प्रबंधक व्यवस्था सतगुरु के आशीर्वाद द्वारा आयोजित की जा रही हैं क्योंकि सतगुरु माता जी की सदैव यही इच्छा रहती है कि संत समागम में सम्मलित होने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्त को किसी प्रकार की कोई भी असुविधा न हो। नि:संदेह सतगुरु की दिव्य शिक्षाओं का ही यह सुंदर परिणाम है कि इस पावन संत समागम में हर ओर केवल प्रेम, सद्भाव और एकत्व का ही दिव्य संदेश प्रदर्शित हो रहा है। मानवता के इस महा समागम में सभी भाई-बहन आमंत्रित हैं।

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