ब्रेन ट्यूमर से जूझ रहे व्यक्ति की सफल न्यूरोसर्जरी की
ब्रेन ट्यूमर से जूझ रहे व्यक्ति की सफल न्यूरोसर्जरी की
ब्रेन ट्यूमर से परामर्श कर रहे व्यक्ति की सफल न्यूरोसर्जरी की ट्यूमर से परामर्श कर रहे व्यक्ति की सफल न्यूरोसर्जरी की
ऑक्यू विवेक आर्ग्ल। पारस हेल्थ ने 56 साल के एक व्यक्ति की कमजोरी एक ग्लूकोजरी की। व्यक्तित्व एक ब्रेन बड़े ट्यूमर से संचालित हो रहा था। इस वजह से उनकी बोली, हाथ और पैर की हरकत प्रभावित हो रही थी। मरीज की 2016 में पहले भी सर्जरी प्लान की वजह से बहुत ज्यादा खून की सर्जरी की गई थी। अपनी स्थिति खराब होने का अनुभव करने के बाद रोगी को यूके के पार्स हेल्थ के सीनियर कंसल्टेंट न्यूरोसर्जन डॉ. अमितेंदु शेखर के पास।
डॉ. शेखर और उनकी टीम ने ट्यूमर को सुरक्षित और प्रभावी ढंग से निकालने के लिए अल्ट्रासाउंड एस्पिरेटर सहित एडवांस्ड न्यूरोसर्जिकल तकनीक का इस्तेमाल किया। इस प्रक्रिया से ब्लीडिंग बहुत कम हो गई, जिससे मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित हो गई और इसमें खतरा भी काफी कम हो गया। सर्जरी के बाद मरीज़ में काफी सुधार हुआ। उनके बॉलीवुड में काफी सुधार हुआ है, और उनका हाथ अब सामान्य रूप से काम करने लगा है। हालाँकि उसके त्रिशूल में थोड़ा दर्द है, लेकिन उसके ठीक होने के साथ-साथ यह दर्द कम होने की उम्मीद है।
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- इस सफल सर्जरी ने रोगी के जीवन की गुणवत्ता को बहुत बेहतर बनाया है, जिससे उसे स्वस्थ और अधिक सक्रिय भविष्य की नई आशा मिली है। डॉ. अमितेंदु शेखर ने इलेक्ट्रोस्टैटिक न्यूरोलॉजिकल केसन में उन्नत तकनीक के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “इस तरह के कॉम्प्लेक्स केसन को डॉक्यूमेंटेशन योजना और एडवांस्ड तकनीक के उपयोग की आवश्यकता होती है। एलसीडी ट्यूमर एस्पिरेटर जैसे इनोवेटिव उपकरण का उपयोग करके हम बहुत कम खतरे के साथ सुरक्षित रूप से ट्यूमर को निकालने में सक्षम थे। इस दृष्टिकोण ने सबसे अच्छा परिणाम सुनिश्चित किया है, और हम मरीजों को उनके ठीक होने में शानदार सुधार देखकर खुशी हो रही है।”
पारस हेल्थ नई टेक्नोलॉजी और वॉयलेट टेक्नोलॉजी के माध्यम से न्यूरोसर्जिकल केयर को आगे बढ़ाने की संभावना है। हमारा प्रयास है कि बिक्री को सबसे सुरक्षित और प्रभावी उपचार प्राप्त हो।