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*बोर्ड परीक्षाओं का भय समाप्त करना हमारी हेल्पलाइन का उद्देश्य: रामअवतार शर्मा* 

  •  प्राईवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिशन की अनूठी पहल
  • एसोसिशन ने नि:शुल्क काऊंसलिंग के लिए हैल्पलाईन की शुरूआत की
 *हैल्पलाईन के माध्यम से ना केवल परीक्षा के भय से पीडि़त बच्चों, बल्कि उनके अभिभावकों की भी नि:शुल्क की जाएगी काऊंसलिंग*
. हर वर्ष की भांति फरवरी व मार्च में होने वाले 10वीं व 12वीं कक्षा की वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में छात्र-छात्राएं जुटे हुए है। ऐसे में परीक्षा के संभावित तनाव को दूर करने को लेकर व परीक्षा के भय को छात्र-छात्राओं से अलग करने के उद्देश्य से प्राईवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा ने अनूठी पहल शुरू की है। इसके तहत एसोसिएशन ऐसे बच्चों को परीक्षा का तनाव किसी भी रूप में लेते है, ना केवल उनकी नि:शुल्क काऊंसलिंग हैल्प लाईन के माध्यम से करेगी, बल्कि छात्र-छात्राओं व अभिभावकों की भी काऊंसलिंग साथ की जाएगी। इसके लिए एसोसिएशन ने आज तीन हैल्प लाईन नंबर भी जारी किए है। . इस बारे में जानकारी देते हुए प्राईवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रामअवतार शर्मा ने बताया कि देश में हर वर्ष तीन करोड़ 40 लाख के लगभग परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षाएं देते है। जिनमें 10 से 15 प्रतिशत बच्चें जो लगभग 40 लाख होते है, वे फेल भी होते है। और छात्रों में तनाव का मुख्य कारण परीक्षा परिणाम है. एक एनसीईआरटी सर्वे में पाया गया कि 60% से ज्यादा छात्र परीक्षा परिणाम के दबाव में हैं, और 33% पर दोस्तों के बराबर प्रदर्शन करने का दबाव है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार पिछले 25 वर्षों में 175000 से ज्यादा बच्चे सुसाइड कर चुके हैं। पिछले 20 वर्षों में छात्र आत्महत्या की दर समग्र आत्महत्याओं की दर से दोगुनी गति से बढ़ रही है। युवा लोगों (15-29 वर्ष) के बीच भारत की आत्महत्या दर विश्व स्तर पर सबसे अधिक है। . रामअवतार शर्मा ने कहा कि यह बहुत ही दुखद है कि आईआईटी, आईआईएम और नामी मेडिकल संस्थानों में पढ़ रहे बच्चे भी सुसाइड कर रहे हैं। इन्हीं सब मुद्दों को ध्यान में रखते हुए और छात्र-छात्राओं की आत्महत्या दर को रोकने तथा भय मुक्त परीक्षा का माहौल तैयार करने के उद्देश्य से एसोसिएशन ने ये विद्यार्थी कॉउंसलिंग हेल्पलाइन शुरू करने का निर्णय लिया है। हेल्पलाइन नंबर – नंबर 9053002213, 9053002214 व 9053002215 है। . स्टूडेंट काऊंसलिंग हेल्पलाइन के लिए अधिकृत शिक्षाविद डा. आरती, कर्ण मिर्ग और पेरैंटिंग, करिअर कोच अमित डागर ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि यह हैल्पलाईन नंबर सुबह 9 से रात 9 बजे तक चालू रहेंगे। प्राईवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन अब इसे हर वर्ष 15 दिसंबर से 31 मार्च तक लागू करेगा। इसके साथ ही सीबीएसई बोर्ड के लिए अलग काऊसंलिंग पैनल रहेगा तथा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के छात्र-छात्राओं के लिए अलग पैनल बनाया गया है। डॉ आरती सीबीएसई व अन्य बोर्ड के बच्चों कि कॉउंसलिंग करेंगी वहीँ कर्ण मिर्ग हरियाणा बोर्ड के छात्रों की कॉउंसलिंग करेंगे. उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन के माध्यम से हमारा उद्देश्य है कि परीक्षार्थियों का तनाव घटकर आत्महत्या की दर को जीरो किया जा सकें। . डॉ आरती ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में परीक्षाओं का भय विद्यार्थियों के अभिभावकों व उसके परिचितों द्वारा छात्रों में भरा जाता है, जिसे काऊंसलिंग के द्वारा विद्यार्थियों से परीक्षा का भय निकालकर विद्यार्थियों को फ्रीज़ या ब्लेंक आउट होने से रोका जा सकता है तथा परीक्षार्थी को काऊंसलिंग के माध्यम से यह समझाया जाता है कि जिस प्रकार से विद्यार्थी ने पिछले 9 या 11 वर्षो तक परीक्षा दी, उसी प्रकार की यह परीक्षा है तथा जीवन पर्यंत उसे अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग प्रकार की परीक्षाएं देनी होती है। परीक्षा एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, इससे कभी भी घबराने या असफल होने का डर नहीं बैठाना चाहिए। उन्होंने बताया कि काऊंसलिंग के साथ ही बच्चों को तुरंत तनाव मुक्त होने के लिए टिप्स देने के साथ ही योग एवं प्राणायाम संबंधी जानकारी भी दी जाएगी, ताकि परीक्षा को लेकर प्रदेश से छात्रों को होने वाले भय के माहौल को खत्म किया जा सकें। . कर्ण मिर्ग ने बताया कि यह हेल्पलाइन एसोसिएशन की तरफ से पूरी तरह निशुल्क है। जल्द ही एसोसिएशन हरियाणा बोर्ड और हरियाणा के शिक्षा मंत्री से बात करके इसे सरकार के लेवल पर ले जाने का प्रयास करेगा। अभी बच्चों और पेरेंट्स की जनरल कॉउंसलिंग शुरू की जा रही है। यदि विषयों विशेष संबंधी जानकारी के मामले ज्यादा हुए तो हम सब्जेक्ट एक्सपर्ट को भी हेल्पलाइन में जोड़ेंगे। यदि मदद मांगने वाले छात्रों की संख्या ज्यादा हुई पैनल में प्रिंसिपल्स और कॉउंसलिंग एक्सपर्ट्स की संख्या बढ़ाई जाएगी. रामअवतार शर्मा ने कहा कि प्रदेश के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के साथ इस हेल्पलाइन की जानकारी शेयर की जाएगी ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चे इसका लाभ उठा सकें।

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