बिना बुलाये किसान आंदोलन में नहीं कूदेंगे :गुरनाम चढूनी
सिर्फ बाहर से नैतिक समर्थन देंगे।
चढूनी ने कहा कि किसानों की मांगे तो जायज हैं, किसान किसी का हक नहीं मांग रहे बल्कि अधिकारों के लिए आवाज उठा रहें हैं
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने शुक्रवार को साफ शब्दों में कहा कि बिना बुलावे के वो किसान आंदोलन में नही जाएंगे, सिर्फ बाहर से नैतिक समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि..
कुरुक्षेत्र : किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने शुक्रवार को साफ शब्दों में कहा कि बिना बुलावे के वो किसान आंदोलन में नही जाएंगे, सिर्फ बाहर से नैतिक समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान नेता सरवन पंधेर और दल्लेवाल गुट के नेताओं से बात हुई थी, लेकिन वह अपनी हठधर्मिता पर अड़े हैं।
किसान नेता चढूनी बोले सभी जत्थेबंदिया अगर इकट्ठा होकर आंदोलन करती तो सरकार पर ज्यादा दबाव पड़ता। चढूनी ने कहा कि किसानों की मांगे तो जायज हैं, किसान किसी का हक नहीं मांग रहे बल्कि अधिकारों के लिए आवाज उठा रहें हैं। सरकार को किसानों के साथ सही से बातचीत कर मसले का हल निकालना चाहिए।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बयान पर भी उन्होंने कहा मुझे ऐसे लग रहा है कि भाजपा के किसी नेता के साथ उनकी अनबन हुई है, इसीलिए वह ऐसे बयान दे रहे हैं इससे पहले वह कहां थे। इससे पहले उन्होंने किसानों की सुध क्यों नही ली। वहीं नोएडा में चल रहे किसानों को आंदोलन को लेकर कहा कि वहां के किसानों की मांगे भी सरकार को मनाना चाहिएं। उनको उजित मुआवजा मिलना चाहिए, हम उनका समर्थन करते हैं।