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फिर बुलंद हुई हरियाणा राजपूत कल्याण बोर्ड के गठन की मांग

हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उठाई मांग मंत्रिमंडल में राजपूत समाज को स्थान देने के लिए सरकार और मुख्यमंत्री का हृदय से जताया आभार

जंगशेर राणा चंडीगढ़

चंडीगढ़, 10 जनवरी : हरियाणा राजपूत कल्याण बोर्ड के गठन की मांग एक बार फिर बुलंद हुई है। हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर मंत्रिमंडल में राजपूत समाज को स्थान देने के लिए सरकार और मुख्यमंत्री का हृदय से आभार जताने के साथ बोर्ड के गठन की मांग की है। हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष राव नरेश चौहान राष्ट्रपूत ने मुख्यमंत्री को पत्र के जरिए धन्यवाद देते हुए लिखा है कि 24 वर्ष बाद हरियाणा में भाजपा सरकार ने पहले कंवर संजय सिंह को राज्य मंत्री के रूप में मंत्रिमंडल में शामिल करने के साथ अब श्याम सिंह राणा को कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल करने का ऐतिहासिक कार्य किया है। समाज को यह मान, सम्मान और सामाजिक अधिकार देने के लिए पूरा राजपूत समाज मुख्यमंत्री का हृदय से आभार व्यक्त करने के साथ सभी शीर्ष नेताओं और सरकार को धन्यवाद देता है। राव नरेश चौहान राष्ट्रपूत ने लिखा है कि इसके साथ राजपूत समाज कर्मचारी चयन आयोग में भूपेंद्र सिंह चौहान, महाधिवक्ता के पद पर परविंदर सिंह चौहान का चयन सुनिश्चित करने के साथ अमरपाल पाल राणा और हुकुम सिंह भाटी को चेयरमैन बनाने के लिए भी मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार का आभारी है, मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार ने राजपूत समाज को उचित स्थान देकर सर्व समाज के सशक्तिकरण की दिशा में अनुकरणीय पहल की है। इसके लिए हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री को साधुवाद देती है।

बोर्ड के गठन के अभाव में कल्याणकारी योजनाओं से वंचित हो रहा राजपूत समाज

हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा ने मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि 1966 में हरियाणा के गठन के बाद से आज तक हरियाणा राजपूत समाज सामान्य वर्ग के कल्याण के लिए किसी तरह के राजकीय बोर्ड का गठन नहीं किया जा सका है। हरियाणा में करीब 8 फ़ीसदी आबादी वाले राजपूत समाज के लोगों की पुश्तैनी जमीन भी सीलिंग एक्ट के बाद काफी विभाजित हो चुकी है। परिवार विभाजन के बाद अब राजपूत समाज के लोगों के पास मरलों और गजों में जमीन शेष रह गई है। सेना भर्ती में भी अब सर्व समाज की खपत होने के कारण राजपूत समाज का आधिपत्य समाप्त हो चुका है। ब्राह्मण समाज के लिए मंदिर मठ पूजा पाठ आदि के लिए कई सरकारी अनुदान योजनाएं हैं। वैश्य और पंजाबी समाज के लिए व्यापार कल्याण बोर्ड पहले से ही कार्यरत है। जाट समाज अपने राजनीतिक वर्चस्व के माध्यम से अपना कल्याण कर पाने में सक्षम है। लेकिन सदियों से धर्म, समाज और राष्ट्र की रक्षा के प्रति समर्पित रहा राजपूत समाज आज राजनीतिक उपेक्षा के कारण अपनी परंपरागत भूमिका का निर्वहन करने में पिछड़ रहा है, जिसका राजपूत समाज के साथ सर्व समाज को नुकसान उठाना पड़ हो रहा है। इसलिए हरियाणा राजपूत कल्याण बोर्ड का गठन वक्त का तकाजा है।

भाजपा को छोड़ अभी किसी दल का राजपूत विधायक नहीं

हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा ने यह भी कहा है कि भाजपा को छोड़ अभी किसी दल का राजपूत विधायक नहीं है। भाजपा ने तीन राजपूत उम्मीदवारों को नूह,असंध और रादौर से टिकट दिया था जिनमें दो राजपूत विधायक श्याम सिंह राणा और योगेन्द्र सिंह राणा निर्वाचित हुए हैं। नूंह मेवात में भी कंवर संजय सिंह ने सनातन की ताकतों को एकजुट कर मजबूती से चुनाव लड़ा। हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा सामान्य वर्ग की अन्य जातियों के कल्याण की वक़ालत करते हुए मुख्यमंत्री और सरकार से पुरजोर आग्रह करती है कि समाज के सर्वांगीण विकास के लिए मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश सरकारों द्वारा स्थापित राजपूत जाति के कल्याण संस्थानों से भी बेहतर हरियाणा राजपूत कल्याण बोर्ड का गठन कर एक अनुकरणीय मिसाल कायम किया जाए। राजपूत समाज ने यह भी कहा है कि 1943 से 1953 तक पराधीन और स्वाधीन भारत में अविभाजित पंजाब के पब्लिक सर्विस कमिशन के सदस्य के रूप में बिहटा के ठाकुर भरत सिंह का स्मरण योग्य कार्यकाल रहा। हरियाणा गठन के बाद कंवर रामपाल सिंह, डा हरेंद्र पाल और नीलम सिंह ने भी यह दायित्व बखूबी निभाया।लेकिन बीते 10 साल से कमिशन में समाज का प्रतिनिधित्व गायब है, उसको बहाल किया जाए। साथ ही तरावड़ी और हांसी स्तिथ अंतिम हिन्दू चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वी राज चौहान की एतिहासिक इमारतों को राष्ट्रीय स्मारकों के रूप में विकसित किया जाए। परिसीमन 2026 में आरक्षित सीटों का आवंटन रोटेशन से सुनिश्चित किया जाए। गुड़गांव राजपूत महासभा की अधिग्रहित भूमि को रिलीज किया जाए। हरियाणा फर्म एवं सोसाइटी एक्ट के पेनल प्रावधान में आवश्यकता अनुसार संशोधन किया जाए। सरकारी रिकार्ड में राजपूत समाज की आबादी के आंकड़े को दुरुस्त किया जाए। हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा ने कहा है कि पूर्ण विश्वास है कि मुख्यमंत्री श्रद्धेय नायब सिंह सैनी इस न्यायोचित और तर्कसंगत मांग को स्वीकार कर समस्त राजपूत समाज को कृतार्थ करेंगे। राजपूत समाज इसके लिए भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का सदैव आभारी रहेगा।

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