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-फायर ब्रिगेड ने पाया आग पर काबू, अंदर फंसे कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला
लघु सचिवालय में आग से हडकंप : प्रशासन का अग्नि सुरक्षा पर मॉक ड्रिल का अभ्यास
राजेन्द्र कुमार
सिरसा, 24 अक्टूबर।
वीरवार को स्थानीय लघु सचिवालय में शॉर्ट सर्किट से लगी आग की घटना और सायरन बजाते हुए पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी से हड़कंप मच गया। लोगों ने समझा कि लघु सचिवालय में आग लग गई है। हालांकि आग तो यहां लगी, लेकिन ये वास्तविक घटना नहीं थी, केवल अग्नि सुरक्षा मॉक ड्रिल का अभ्यास का हिस्सा थी। इस दौरान मॉक ड्रिल अभ्यास के तहत मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची और आग पर काबू पाया गया। इसके बाद अंदर फंसे कर्मचारियों को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस दौरान पैट्रोल से लगी आग पर भी काबू पाने की मॉक ड्रिल की गई। इस अवसर पर नगराधीश पारस भगोरिया, तहसीलदार भवनेश कुमार सहित जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि आपदा की घटनाओं से निपटने को लेकर स्थानीय लघु सचिवालय में एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। लघु सचिवालय परिसर में अचानक से धुआं उठा ओर इसके बाद लोगों में हड़कंप मच गया। आग की सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। सबसे पहले फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। इसके बाद सर्च ऑपरेशन किया गया और बेहोश व मृतकों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। एंबूलेंस भी मौके पर पहुंची और बेहोश हुए लोगों को उपचार के लिए ले जाया गया। इस दौरान आमजन को आभास नहीं हुआ कि आग की मॉक ड्रिल के लिए फर्जी घटना पैदा की गई है, उल्टे लोगों में आग और फायर ब्रिगेड की गाड़ी के सायरन और यहां कर्मचारियों में मची भगदड़ से हड़कंप की स्थिति रही। यहां मौजूद अधिकारियों ने यहां हर चीज की टाइमिंग नोट की। कितने बजे आग की सूचना दी गई, फायर ब्रिगेड व संबंधित अधिकारी कर्मचारी कितने बजे पहुंचे, भवन में फंसे व्यक्ति के लिए किस तरह से रेस्क्यू किया गया, यहां टीम के पास क्या क्या संसाधान रहे, आदि सब की बड़ी बारीकी से जांच की गई।
नगराधीश पारस भगोरिया ने फायर फाइटिंग टीम से कहा कि ऐसे ही हमें ध्यान रखना है कि आग लगने की जहां से सूचना मिले, वहां कम से कम समय में पहुंचकर तेजी से रेस्क्यू करना है। जितनी तीव्र गति से आप रेस्क्यू कर पाएंगे, उतना ही आग से नुकसान बचाने में सफल होंगे। उन्होंने जवानों से कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान खुद की भी सेफ्टी को ध्यान में रखना है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू में देखने को मिला, सभी जवानों का टॉरगेट बिल्कुल तय था और उसी मुताबिक रेस्क्यू में बेहतर सफलता प्रदर्शित हुई है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल का उद्ïेश्य आगजनी की आपदा के दौरान किस प्रकार से हम निपट सकते हैं और आमजन की सुरक्षा कर सकते हैं, इसके लिए यह मॉक ड्रिल की गई थी। उन्होंने आमजन से भी अपील करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा हो, उससे घबराएं नहीं। प्रशासन लोगों की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर है। मॉक ड्रिल में पुलिस, होमगार्ड, रेडक्रॉस, स्वास्थ्य, अग्रिशमन आदि विभागों ने मुख्य भूमिका निभाई।
सिरसा, 24 अक्टूबर।
वीरवार को स्थानीय लघु सचिवालय में शॉर्ट सर्किट से लगी आग की घटना और सायरन बजाते हुए पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी से हड़कंप मच गया। लोगों ने समझा कि लघु सचिवालय में आग लग गई है। हालांकि आग तो यहां लगी, लेकिन ये वास्तविक घटना नहीं थी, केवल अग्नि सुरक्षा मॉक ड्रिल का अभ्यास का हिस्सा थी। इस दौरान मॉक ड्रिल अभ्यास के तहत मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची और आग पर काबू पाया गया। इसके बाद अंदर फंसे कर्मचारियों को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस दौरान पैट्रोल से लगी आग पर भी काबू पाने की मॉक ड्रिल की गई। इस अवसर पर नगराधीश पारस भगोरिया, तहसीलदार भवनेश कुमार सहित जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि आपदा की घटनाओं से निपटने को लेकर स्थानीय लघु सचिवालय में एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। लघु सचिवालय परिसर में अचानक से धुआं उठा ओर इसके बाद लोगों में हड़कंप मच गया। आग की सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। सबसे पहले फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। इसके बाद सर्च ऑपरेशन किया गया और बेहोश व मृतकों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। एंबूलेंस भी मौके पर पहुंची और बेहोश हुए लोगों को उपचार के लिए ले जाया गया। इस दौरान आमजन को आभास नहीं हुआ कि आग की मॉक ड्रिल के लिए फर्जी घटना पैदा की गई है, उल्टे लोगों में आग और फायर ब्रिगेड की गाड़ी के सायरन और यहां कर्मचारियों में मची भगदड़ से हड़कंप की स्थिति रही। यहां मौजूद अधिकारियों ने यहां हर चीज की टाइमिंग नोट की। कितने बजे आग की सूचना दी गई, फायर ब्रिगेड व संबंधित अधिकारी कर्मचारी कितने बजे पहुंचे, भवन में फंसे व्यक्ति के लिए किस तरह से रेस्क्यू किया गया, यहां टीम के पास क्या क्या संसाधान रहे, आदि सब की बड़ी बारीकी से जांच की गई।
नगराधीश पारस भगोरिया ने फायर फाइटिंग टीम से कहा कि ऐसे ही हमें ध्यान रखना है कि आग लगने की जहां से सूचना मिले, वहां कम से कम समय में पहुंचकर तेजी से रेस्क्यू करना है। जितनी तीव्र गति से आप रेस्क्यू कर पाएंगे, उतना ही आग से नुकसान बचाने में सफल होंगे। उन्होंने जवानों से कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान खुद की भी सेफ्टी को ध्यान में रखना है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू में देखने को मिला, सभी जवानों का टॉरगेट बिल्कुल तय था और उसी मुताबिक रेस्क्यू में बेहतर सफलता प्रदर्शित हुई है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल का उद्ïेश्य आगजनी की आपदा के दौरान किस प्रकार से हम निपट सकते हैं और आमजन की सुरक्षा कर सकते हैं, इसके लिए यह मॉक ड्रिल की गई थी। उन्होंने आमजन से भी अपील करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा हो, उससे घबराएं नहीं। प्रशासन लोगों की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर है। मॉक ड्रिल में पुलिस, होमगार्ड, रेडक्रॉस, स्वास्थ्य, अग्रिशमन आदि विभागों ने मुख्य भूमिका निभाई।