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पुलिस अलाकमान ने माना अवैध धन वसूली अवैध हिरासत का रैकेट चल रहा था भिवानी की दिनोद गेट पुलिस चौकीमें !दिनोद गेट पुलिस चौकी इंचार्ज एएसआई दशरथ, एएसआई धर्मबीर, एचसी नफे सिंह, एचसी नरेश और एसपीओ जसबीर निलंबित

अवैध धन वसूली का अड्डा चल रहा हैदिनोद गेट पुलिस चौकी ये किसी सामान्य नागरिक के आरोप नहीं वरन गहन जाँच पड़ताल के बाद हरियाणा पुलिस प्राधिकरण द्वारा दिया गया फैसला है पुलिस के इस अवैध  अवैध हिरासत व धन वसूली के इस अड्डे का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस प्राधिकरण ने इसे अमानवीय भी बताया है l इतना ही नहीं हरियाणा पुलिस प्राधिकरण ने भिवानी स्थित दिनोद गेट पुलिस चौकी इंचार्ज एएसआई दशरथ, एएसआई धर्मबीर, एचसी नफे सिंह, एचसी नरेश और एसपीओ जसबीरको निलंबित भी किया है l 

 

हरियाणा पुलिस प्राधिकरण के निर्णय में कहा गया है कि उपरोक्त शिकायत इस कार्यालय में प्राप्त हुई थी तथा पुलिस अधीक्षक भिवानी के माध्यम से जांच की गई थी। जांच रिपोर्ट के अवलोकन के पश्चात प्राधिकरण ने न्याय पाने के लिए दोनों पक्षों को व्यक्तिगत रूप से सुनने का निर्णय लिया। व्यक्तिगत सुनवाई के समय प्रस्तुत सभी साक्ष्यों, बयानों तथा रिकार्ड को ध्यान में रखते हुए दोनों पक्षों के प्रस्तुतीकरण/तथ्यों/गवाहों/बयानों पर विचार करने के पश्चात प्राधिकरण का विचार है कि प्रशांत के विरुद्ध बनाया गया मामला झूठा प्रतीत होता है, क्योंकि बलपूर्वक प्राप्त किए गए बयान के अलावा कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं है। पैरा 08-26 में दिए गए विभिन्न गवाहों तथा डीएसपी, एसपीसीए की रिपोर्ट के आधार पर यह भी स्पष्ट है कि प्रशांत को अवैध रूप से हिरासत में लिया गया था तथा उसे प्रताड़ित किया गया था। फोन कॉल तथा रिकॉर्डिंग भी आरोप को साबित करती हैं। यह भी स्थापित होता है कि ये पुलिस अधिकारी युवा लड़कों को प्रताड़ित करके, डराकर तथा झूठे मामले दर्ज करके जबरन वसूली का कोई रैकेट चलाते प्रतीत होते हैं। इस मामले में प्राधिकरण ने पाया है कि इस प्रकार की गतिविधियां अत्यंत गंभीर हैं तथा युवा लड़कों के मानसिक स्वास्थ्य पर इनका गंभीर प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार के क्रूर व्यवहार को सख्त कार्रवाई करके रोका जाना चाहिए। इसलिए, यह प्राधिकरण एएसआई दशरथ, एएसआई धर्मबीर, एचसी नफे सिंह, एचसी नरेश और एसपीओ जसबीर को निलंबित करने की सिफारिश करता है। 

दोनों पक्षों के प्रस्तुतीकरण/तथ्यों/गवाहों/बयानों पर विचार करने के पश्चात, व्यक्तिगत सुनवाई के समय प्रस्तुत सभी साक्ष्यों, बयानों तथा अभिलेखों को ध्यान में रखते हुए। प्राधिकरण का विचार है कि प्रशांत के विरुद्ध बनाया गया मामला झूठा प्रतीत होता है, क्योंकि बलपूर्वक प्राप्त किए गए स्वीकारोक्ति के अलावा कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं है। यह भी स्पष्ट है कि प्रशांत को अवैध रूप से हिरासत में लिया गया था तथा उसे प्रताड़ित किया गया था, जैसा कि पैरा 08-26 में दिया गया है तथा डीएसपी, एसपीसीए की रिपोर्ट में दिया गया है। फोन कॉल तथा रिकॉर्डिंग भी आरोप को सिद्ध करती हैं। यह भी स्थापित होता है कि ये पुलिस अधिकारी युवा लड़कों के विरुद्ध अत्याचार, धमकी तथा झूठे मामले दर्ज करके जबरन वसूली का कोई रैकेट चला रहे हैं।

अवैध धन वसूली का अड्डा चल रहा हैदिनोद गेट पुलिस चौकी ये किसी सामान्य नागरिक के आरोप नहीं वरन गहन जाँच पड़ताल के बाद हरियाणा पुलिस प्राधिकरण द्वारा दिया गया फैसला है पुलिस के इस अवैध हिरासत- अवैध धन वसूली के इस अड्डे का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस प्राधिकरण ने इसे अमानवीय भी बताया है l इतना ही नहीं हरियाणा पुलिस प्राधिकरण ने भिवानी स्थित दिनोद गेट पुलिस चौकी इंचार्ज एएसआई दशरथ, एएसआई धर्मबीर, एचसी नफे सिंह, एचसी नरेश और एसपीओ जसबीरको निलंबित भी किया है l
उपरोक्त शिकायत इस कार्यालय में प्राप्त हुई थी तथा पुलिस अधीक्षक भिवानी के माध्यम से जांच की गई थी। जांच रिपोर्ट के अवलोकन के पश्चात प्राधिकरण ने न्याय पाने के लिए दोनों पक्षों को व्यक्तिगत रूप से सुनने का निर्णय लिया। व्यक्तिगत सुनवाई के समय प्रस्तुत सभी साक्ष्यों, बयानों तथा रिकार्ड को ध्यान में रखते हुए दोनों पक्षों के प्रस्तुतीकरण/तथ्यों/गवाहों/बयानों पर विचार करने के पश्चात प्राधिकरण का विचार है कि प्रशांत के विरुद्ध बनाया गया मामला झूठा प्रतीत होता है, क्योंकि बलपूर्वक प्राप्त किए गए बयान के अलावा कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं है। पैरा 08-26 में दिए गए विभिन्न गवाहों तथा डीएसपी, एसपीसीए की रिपोर्ट के आधार पर यह भी स्पष्ट है कि प्रशांत को अवैध रूप से हिरासत में लिया गया था तथा उसे प्रताड़ित किया गया था। फोन कॉल तथा रिकॉर्डिंग भी आरोप को साबित करती हैं। यह भी स्थापित होता है कि ये पुलिस अधिकारी युवा लड़कों को प्रताड़ित करके, डराकर तथा झूठे मामले दर्ज करके जबरन वसूली का कोई रैकेट चलाते प्रतीत होते हैं। इस मामले में प्राधिकरण ने पाया है कि इस प्रकार की गतिविधियां अत्यंत गंभीर हैं तथा युवा लड़कों के मानसिक स्वास्थ्य पर इनका गंभीर प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार के क्रूर व्यवहार को सख्त कार्रवाई करके रोका जाना चाहिए। इसलिए, यह प्राधिकरण एएसआई दशरथ, एएसआई धर्मबीर, एचसी नफे सिंह, एचसी नरेश और एसपीओ जसबीर को निलंबित करने की सिफारिश करता है। प्राधिकरण प्रशांत, अनमोल, नितिन और आशीष को पुलिस चौकी, दिनोद गेट पर अवैध रूप से बंधक बनाने और अमानवीय यातना देने के लिए उपरोक्त सभी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की भी सिफारिश करता है। शिकायत संख्या 1/347/2023/एसपीसीए/बीडब्ल्यूएन/ में पारित प्राधिकरण के दिनांक 13-08-2024 के आदेश की एक प्रति आपकी जानकारी और आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए संलग्न है।
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