बिज़नेसराजनीति

परिवारवाद एवं अंहकार मजदूर विरोधी,नेता इसे त्यागें-सत्य पाल जैन

मनोज शर्मा चंडीगढ़ l
चंडीगढ़ के पूर्व सांसद सत्य पाल जैन ने कहा है कि भगवान विश्वकर्मा जयंती तथा मजदूर दिवस के अवसर पर राजनीतिक नेताओं को सबसे बड़ा संदेश यही होगा कि वे अंहकार एवं परिवारवाद को त्यागे तथा विनम्रता एवं समर्पण को अपनी जीवन शैली का अंग बनाये। जैन ने कहा परिवारवाद,जिसमें पहले पिता,फिर उसका पुत्र फिर उसकी पत्नी,जीजा, साला,साली आदि आते हैं मजदूर विरोधी हैं तथा इन चीजों का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिये। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी ने साबित किया है कि एक गरीब आदमी भी अपनी योग्यता के आधार पर प्रधानमंत्री बन सकता है तथा जो लोग केवल अपने परिवारवाद के कारण ही सत्ता पाना चाहते है, उनका लोकतन्त्र में कोई स्थान नहीं होना चाहिये।
जैन आज सैक्टर 44-45 के लेबर चौक पर चंडीगढ़ की कंस्ट्रक्शन वर्कर लेबर यूनियन द्वारा भगवान विश्वकर्मा पूजा समारोह के सम्बन्ध में आयोजित विशाल मजदूर रैली को मुख्य अतिथि के नाते सम्बोधित कर रहे थे। इस रैली में शहर के विभिन्न भागों से हजारों गरीब मजदूरों ने भाग लिया।
 जैन ने कहा कि एक गरीब मेहनतकश मजदूर चाहे किसी भी दशा में हो,कभी भी अंहकार में नहीं आता तथा जीवन में सदैव विनम्रता अपनाकर रखता है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से आज के दौर के नेताओं में परिवारवाद एवं अंहकार बढ़़ता जा रहा है जिससे उनकी विनम्रता कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेताओं को गरीब मजदूरों से सबक सीखते हुय, परिवारवाद एवं अंहकार को त्यागना और विनम्रता को अपना चाहिये तथा अपने व्यक्तिगत स्वार्थों से उपर उठकर,ईमानदारी से अपना दायित्व निभाना चाहिये।
जैन ने कहा भगवान विश्वकर्मा मेहनतकश लोगों के मसीहा हैं जिन्होंने अपने अनुयायियों को ईमानदारी और सादगी से राष्ट्र निर्माण में लगे रहने के लिये प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि समाज में हुय आर्थिक उन्नति में इन गरीबों को भी बराबर का हिस्सा मिलना चाहिये।

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