प्रदूषण को लेकर किसानों को जिम्मेवार ठहराना गलत : एडवोकेट मुकेश ढ़ाणीमाहु
प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए सरकार करें सार्थक पहल व प्रयास : एडवोकेट मुकेश ढ़ाणीमाहु
भिवानी, 19 नवंबर : पर्यावरण को लेकर सरकार प्रदूषण को दोषी मान रही है और प्रदूषण के लिए किसानों को जिम्मेवार ठहराया जा रहा है। लेकिन वास्तविकता अलग है। बढ़ते प्रदूषण को लेकर नैतिक रूप से सरकार जिम्मेवार है। यह आरोप कांग्रेस नेत्री एडवोकेट मुकेश ढ़ाणीमाहु ने प्रैस को जारी ब्यान में लगाया। उन्होंने कहा कि हर वर्ष दीपावली के आस-पास बढ़ते प्रदूषण का ठीकरा किसानों के सिर फोड़ा जाता है। जबकि हकीकत यह है कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सार्थक पहल व प्रयास पहले किए जाने चाहिए। ताकि यह स्थिति ना बन सकें। लेकिन सरकार समय आने पर ही राग अलापती है और और ठीकरा किसानों के सिर फोड़ देती है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए जो प्रयास किए जाने चाहिए, उसमें पहला प्रयास प्रदूषण नियंत्रण के लिए किया जाना चाहिए और इसमें सभी वर्गो की साझेदारी भी होनी चाहिए। सरकार को ऐसी नीति बनानी चाहिए, जिससे प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकें। उन्होंने कहा कि सरकार एक ही बात कहती है कि किसानों ने खेतों में पराली जला ली, इस कारण प्रदूषण फैला है। पराली जलाने से पहले प्रदूषण क्यो फैलता है, इस पर कभी सरकार ने ध्यान नहीं दिया। जबकि ऐसे विषयों पर गहन मंथन बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि किसानों पर आरोप मंडने की बजाए सार्थक पहल कर प्रदूषण को नियंत्रित करने का काम करें।