पंडित लख्मीचंद की चौथी पीढ़ी हमारी संस्कृति के बचाने में लगी: हुनमान कौशिक

भिवानी, 4 मार्च। सूर्य कवि पंडित लख्मीचंद की चौथी पीढ़ी हरियाणा प्रदेश ही नहीं अपितु पूरे देश में सांग के माध्यम से हमारी संस्कृति को बचाने का कार्य कर रही है। यह बात म्हारी संस्कृति म्हारा स्वाभिमान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान कौशिक ने सूर्य कवि पंडित लख्मीचंद के पैतृक गांव जाटी कला पाठशाला में उनके पोत्र विष्णु दत्त कौशिक द्वारा आयोजित सांग के दौरान उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि म्हारी संस्कृति म्हारा स्वाभिमान संगठन का भी मुख्य उद्देश्य हरियाणा के सभी कवियों व कलाकारों को मान-सम्मान देना है। उन्होंने कहा कि संगठन द्वारा गांव उमरावत में निर्माणाधीन सूर्व कवि पंडित लख्मीचंद आश्रम का विशाल भवन बनाया जा रहा है। इस आश्रम में सभी कवियों की ग्रंथावली स्थापित की जाएगी ताकि समय-समय पर कवियों द्वारा रचित कविताओं को आवश्यकता अनुसार पढ़ा जा सके और उनका अनुशरण किया जा सके। इस दौरान सूर्य कवि पंडित लख्मीचंद के परपौत्र एवं विष्णुदत्त के पुत्र चेतन शर्मा द्वारा सांग चापसिंह का मंचन भव्य रूप से किया। सांग को देखकर ऐसा लग रहा था कि स्वयं दादा लख्मीचंद बाल रूप में अपनी प्रस्तुति दे रहे हों। संभवत चेतन शर्मा को परदादा का आशीर्वाद मिल रहा है। इस अवसर पर सुरेन्द्र कादियान, बाला राम शर्मा उमरावत, सीताराम उमरावत, मालाराम उमरावत, सुनील शर्मा उमरावत, अशोक मरीची सिरसा, घनश्याम शर्मा, भुरा फौजी, धर्मवीर नागर सहित अनेक संस्कृति प्रेमी उपस्थित रहे।