प्रदेश में ठिठुरती ठंड में चल रहे राष्ट्रीय सर्विस स्कीम के कैंपों में युवा छात्र-छात्राएं बड़े जोश और उत्साह के साथ राष्ट्र सेवा के कार्यों में लगे हैं। ये सेवक गांव देहात में जाकर साफ सफाई, वृद्ध आश्रम और अनाथ आश्रमों में जाकर मानव सेवा के कार्यों में भाग ले रहे हैं। वहीं समाज के बुद्धिजीवियों से व्याख्यानों के द्वारा मानव सेवा के गुण ग्रहण कर रहे हैं । इन्ही गुणों में गुणात्मक बढ़ोतरी करने के लिए कैप्टन जगबीर मलिक नशा मुक्ति , जल संरक्षण व जल प्रदूषण विषयों पर युवाओं को जागृत करने के लिए विभिन्न स्कूलों के कैंपों में होते हुए 7जनवरी को गोहाना रोड स्थित शिक्षा भारती वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रोहतक पहुंचे। जहां पर उन्होंने
अपने व्याख्यान के प्रथम सोपान में युवा छात्र-छात्राओं को नशे रूपी महारोग से अवगत करवाते हुए इसके हानिकारक प्रभावों और इससे बचने के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए नशे रूपी दलदल से दूर रहने की शपथ दिलाते हुए उन्होंने बताया कि नशा एक ऐसा दलदल है जिसमें फंसा व्यक्ति हर रोज स्वयं इसमें गिरकर अपने धन ,तन ,आत्मा और चरित्र का नाश करते हुए अपने भविष्य और अपने करियर के साथ-साथ अपने परिवार और समाज को हानि पहुंचता है। अच्छे भविष्य और चरित्र निर्माण के लिए सभी को जागरुक रहते हुए नशे रूपी महारोग से हमेशा दूर रहना चाहिये।
**अपने वक्तव्य के दूसरे सोपान में उन्होंने जल का जीवन में क्या महत्व है ,इस पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हमारा शरीर पृथ्वी ,जल, वायु, अग्नि और आकाश पांच तत्वों से बना है ।जल सब जीवों और पेड़ पौधों के जीवन के लिए अति आवश्यक है । इसके बिना लंबे जीवन के कल्पना नहीं की जा सकती । हमारी पृथ्वी पर 97% जल खारा है। केवल 3 प्रतिशत जल मीठा है ।इसमें से दो प्रतिशत जल नदियों के द्वारा समुद्र में पहुंच जाता है। केवल एक प्रतिशत मीठा जल उपयोग के लिए बसता है। यदि आज हमारी पीढ़ी जल का सदुपयोग नहीं करेगी तो भविष्य में आने वाली हमारी पीढियों को पीने के लिए मीठा जल नहीं मिलेगा। जल के पुराने स्त्रोत कुएं और तालाब लगभग समाप्त हो चुके हैं। नदियां और नहरें शुद्ध जल के स्रोत बचे हैं । इनमें भी हम विभिन्न प्रकार का कचरा, प्लास्टिक , मूर्तियां और पूजा का बचा सामान डालकर प्रदूषित कर रहे हैं । आइये हम सब मिलकर नदियों और नहरों को इस प्रदूषण से बचाएं और इनमें किसी भी प्रकार की प्लास्टिक और कचरा न डालें। क्योंकि इसके द्वारा प्रदूषित जल नलों के माध्यम से हमारे गिलासों तक पहुंचता है।जिसके कारण कैंसर , टी बी,हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज जैसी घातक बीमारियां हो रही है। उन्होंने इस कार्य के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए सुनो नहरों की पुकार मिशन के प्रयासों के बारे में भी अवगत कराया ।
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने जल संरक्षण और जल को प्रदूषण से बचाने की शपथ दिलाई । व्याख्यान के दौरान पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर देने वाली दो छात्राओं को उन्होंने जिला एन एस एस कोऑर्डिनेटर मनोज अहलावत के साथ मेडल पहना कर सम्मानित किया ।
इस अवसर पर स्कूल प्राचार्य जितेंद्र सिंह ,एन एन एस ऑफिसर मनजीत भारद्वाज सहित स्टाफ
के सदस्य उपस्थित रहे ।