नेशनल गेम्स में कांस्य पदक जीतने वाली रेखा दाँतेल का हुआ सम्मान

जयपुर ग्रामीण
संवाददाता
दशरथ सिंह
नेशनल गेम्स में कांस्य पदक जीतने वाली रेखा दाँतेल का हुआ सम्मान
नेशनल गेम्स में कांस्य पदक जीतने वाली रेखा दाँतेल का सम्मान समारोह रविवार सुबह 11:15 बजे श्री बजरंग गौशाला संस्था, चौलाई की ढाणी, बस्सी नागा में आयोजित हुआ। आयोजन में खेल प्रेमी और स्थानीय लोग शामिल हुए।
ग्राम पंचायत झोटवाड़ा गांव किशोरपुरा की रेखा दाँतेल ने कांस्य पदक जीतकर राजस्थान का नाम रोशन किया है। पिता शंकर दाँतेल ने बताया कि रेखा अब तक 16 नेशनल गेम्स खेल चुकी हैं। इनमें दो स्वर्ण, तीन-तीन रजत और पांच कांस्य पदक जीत चुकी हैं। दो ऑल इंडिया पुलिस गेम्स में भी हिस्सा लिया, जहां एक कांस्य और एक रजत पदक जीता।
हाल ही में हुए 38वें नेशनल गेम्स में राजस्थान टीम की ओर से हैंडबॉल में खेलते हुए इतिहास में पहली बार कांस्य पदक जीता। राजस्थान ने दिल्ली को 26-23 से हराकर यह उपलब्धि हासिल की। करण सिंह जाखड़ ने बताया कि यह राजस्थान के लिए ऐतिहासिक जीत थी।
रेखा दाँतेल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरु करण सिंह शेखावत, दादा कल्याणमल दाँतेल, पिता शंकर दाँतेल और माता रूडी देवी को दिया। उन्होंने कहा कि माता-पिता ने समाज की हर बातों को नजरअंदाज कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उनके समर्थन और मेहनत से ही यह मुकाम हासिल हुआ।रेखा दांतेल ने बताया
हैंडबॉल खेलने का शौक मुझे स्कूल से लगा। कक्षा 11 में जब में पढ़ाई करती थी जब स्कूल में काफी खेल खेले जातें थे। जब से ही मुझे हैंडबॉल खेलने का शौक लगा। ओर में अभी विद्याधर नगर स्टेडियम में मेरे को श्री करण सिंह शेखावत के पास सुबह 4 घंटे और शाम को 3 घंटे प्रैक्टिस करती हूं। एशियन गेम्स, साउथ एशियन गेम्स मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व कर देश के लिए मेडल जीतना चाहती हूं। शुरू में खेल को कोई कुछ समझता नहीं था। लोग बोलते थे कि खेलने में कुछ नहीं है पढ़ाई में सब कुछ है लेकिन लोगों की बात पर ध्यान नहीं देकर मैं खेल को ही अपना लक्ष्य चुना और अपने लक्ष्य को हासिल करते हुए मैंने यह मुकाम हासील किया। और 2021 में मैं राजस्थान पुलिस में उप निरीक्षक पद पर चयनित हुई। मैं खेल के साथ-साथ दिन के 2 घंटे पढ़ाई को भी देती थी। मैंने बीएससी और बीपीएड कंप्लीट की थी। रेखा दाँतेल ने बताया कि हम तीन भाई बहन हैं मेरा भाई वर्तमान में इंडियन आर्मी में अपनी सेवाएं दे रहा है। मैं यही कहना चाहूंगी कि सभी मां-बाप अपने बच्चों पर विश्वास रखें और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शित करके प्रेरित करें। इस मौके पर रामनारायण भामू, सहकारी समिति अध्यक्ष हनुमान मुंड,
रामनिवास जाखड, रामस्वरूप जाखड, महेन्द्र, शिशपाल, कमल, नरेंद्र, लालचंद पवार, गोगराज मुण्ड, नवीन बुरी, श्योराम जाखड, बाबु लाल जाखड, करण जाखड, भागीरथ चौधरी, आदी प्रबुद्ध जन मौजूद रहे,