नरमें की फसल में गुलाबी सुंडी का प्रकोप शुरू , किसान चिंतित
राजेन्द्र कुमार
सिरसा। सिरसा जिले के राजस्थान से सटे नाथूसरी चौपटा क्षेत्र में नरमा व कपास की फसल में गुलाबी सुंडी का प्रकोप शुरू हो गया है। अचानक से गुलाबी सुंडी के हमले से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है । क्षेत्र के डिंग, जोधंका, रूपावास, रायपुर, बकरियांवाली,
गांव डिंग के किसान ज्ञान धारी पचार, विकाश, रामस्वरूप, भरत सिंह/ धर्मपाल, रामनिवास, रामसिंह, सुभाष, भागीरथ, हवासिंह, विनोद, सतबीर,
ऐसे लगाये सुंडी का पता
कृषि विकास अधिकारी शेलेन्द्र सहारण ने बताया कि कपास की फसल में गुलाबी सुंडी की निगरानी फूलों व टिंडो पर करें। खेत के विभिन्न हिसों से 60 फूलों की जांच करने पर अगर इन में से रॉजेटेड फूल तथा सुंडी के द्वारा नुकसान किये गए 6 फूल मिलते हैं तो गुलाबी सुंडी की रोकथाम के लिए स्प्रे करें।. खेत में अलग अलग पौधों से 20 हरे टिंडे तोड़ कर उसमें घुसी गुलाबी सुंडी को गिनो अगर इनमें दो या दो से ज्यादा सुंडियां मिलती हैं तो गुलाबी सुंडी की रोकथाम के लिए स्प्रे करें। 3 एक एकड़ में दो फेरोमोन ट्रैप लगाएं और यदि लगातार तीन रातों में गुलाबी सुंडी के 15 प्रौढ़ (जनू से मध्य अगस्त) या 24 प्रौढ़ (मध्य अगस्त से अक्तूबर) प्रति ट्रैप मिलते हैं तो गुलाबी सुंडी की रोकथाम के लिए स्प्रे करें l
गुलाबी सुंडी नियंत्रण करने के लिए इन कीटनाशकों का कर सकते है प्रयोग
कृषि विकास अधिकारी शेलेन्द्र सहारण ने कहा कि गुलाबी सुंडी के लिए पहला छिड़काव 800 मिलीलीटर प्रोफेनोफोस 50 ई.सी. या 900 से 1100 मिलीलीटर क्विनालफोस 20 ए.एफ. या 250 से 300 ग्राम थायोडिकार्ब 75 डब्ल्यू. पी. प्रति 200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। दूसरा छिड़काव 80 से 100 मि