दि ऑकवुड स्कूल में एड्स जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
स्लोगन राइटिंग में बच्चों ने अपने विचारों को रंगों व कलम के माध्यम से किया प्रस्तुत
भिवानी, 30 नवंबर : स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। यदि कोई युवा शारीरिक रूप से स्वस्थ है तो वह अपने जीवन को आनंद पूर्वक व्यतीत कर सकता है। यह बात स्थानीय दि आकवुड स्कूल में एड्स दिवस के उपलक्ष में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विद्यालय प्राचार्य सज्जन भारद्वाज ने कही। कार्यक्रम में विद्यालय के अध्यापकों व छात्रों ने बढ़ चढक़र भाग लिया। प्रात: कालीन सभा में ओंशी, गुंजन व श्रेया ने अपने विचार रखें। विज्ञान अध्यापिका निशा ढींगरा ने भी बच्चों को एड्स के फैलाव व बचाव के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी तथा बच्चों को स्वस्थ रहने के लिए जागरूक किया। इस दौरान कक्षा छठी से 10वीं तक के बच्चों में एड्स जागरूकता दिवस को बेहतर समझने के लिए स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया, जिसमें बच्चों ने अपने विचारों को रंगों में कलम के माध्यम से प्रस्तुत किया तथा एड्स के बारे में बेहतर जानकारी प्राप्त की और अपने जीवन को स्वस्थ बनाए रखने की प्रेरणा ली। विद्यालय प्राचार्य सज्जन भारद्वाज ने कहा कि स्वास्थ्य हमारा सबसे बड़ा धन है तथा विद्यार्थियों को स्वस्थ रहने के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से विद्यालय में निरंतर जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि विद्यार्थियों को पहला सुख-निरोगी काया का महत्व समझाया जा सकें। प्राचार्य ने बच्चों को अच्छे स्वास्थ्य के लाभ बताते हुए उनके दैनिक जीवन को सही दिशा देने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन तभी संभव है, जब हमारा दैनिक जीवन सही रास्ते पर चले। क्योंकि इस वर्ष का एड्स जागरूकता दिवस का ध्येय वाक्य है, सही मार्ग अपनाना है। भारद्वाज ने कहा कि व्यक्ति का खान-पान, दिनचर्या व आदतें हमारे स्वास्थ्य को निर्धारित करते है। इसीलिए प्रत्येक युवा को चाहिए कि वह स्वस्थ रहने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन करें। इस मौके पर विद्यालय निदेशक दिनेश सिंह तथा प्रबंधन समिति सदस्य विक्रम राणा ने भी बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां देते हुए उन्हें खान-पान वह अच्छी आदतों के बारे में जानकारी दी।