दिव्यांगजनों की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देता है विश्व दिव्यांग दिवस : उपायुक्त महाबीर कौशिक
दिव्यांगजनों के अधिकारों, महत्व व योगदान को पहचान दिलाना है विश्व दिव्यांग दिवस : निदेशक डा. राजेश श्योराण
भिवानी, 03 दिसंबर : विश्व दिव्यांग दिवस पर मंगलवार को स्थानीय लोहारू रोड़ स्थित आदर्श शिक्षण संस्थान के आदर्श स्पेशल स्कूल द्वारा स्कूल परिसर में समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर दिव्यांग बच्चों की नृत्य, गायन, नाटक सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें सभी बच्चों ने बढ़-चढक़र भाग लिया तथा अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। समारोह में बतौर मुख्यअतिथि उपायुक्त महाबीर कौशिक ने शिरकत की तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर जिला उपप्रमुख संजय जांगड़ा, अवतार सांगवान, लोकेश तंवर, मनजीत ढुल, ईश्वर धामू, यशपाल, दीपिका, एसके सिंह, संदीप धायल, रत्न सिंह सरपंच, विजय सिंह शेखावत, दीपक जिला पार्षद पहुंचे। कार्यक्रम अध्यक्षता आदर्श शिक्षण संस्थान के निदेशक डा. राजेश श्योराण ने की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त महाबीर कौशिक ने कहा कि दिव्यांगजन हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा हैं। उनके भीतर अद्वितीय प्रतिभाएं, क्षमताएं और सपने हैं। लेकिन यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनके लिए ऐसा माहौल तैयार करें, जहां वे बिना किसी बाधा के अपने सपनों को साकार कर सकें। ऐसे में विश्व दिव्यांग दिवस पर समारोह का आयोजन ना केवल उनकी व्यक्तिगत उन्नति के लिए आवश्यक हैं, बल्कि यह समाज को अधिक संवेदनशील, समावेशी और जागरूक बनाने में भी सहायक हैं। इससे बच्चों को अपने अधिकारों और क्षमताओं का एहसास होता है, और समाज को एक बेहतर दृष्टिकोण अपनाने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि यह दिन ना केवल समाज में दिव्यांगजनों की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देने के लिए है, बल्कि उनके अधिकारों, सम्मान और उनके प्रति हमारी जिम्मेदारियों को पुन: स्थापित करने का भी अवसर प्रदान करता है।
इस मौके पर निदेशक डा. राजेश श्योराण ने कहा कि विश्व दिव्यांग दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों के अधिकारों, उनके महत्व और उनके समाज में योगदान को पहचान दिलाना है। दिव्यांग बच्चों के लिए समारोह आयोजित करना ना केवल उनकी प्रेरणा एवं आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है, बल्कि समाज में जागरूकता भी फैलाने का काम करता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने और नए अवसरों की ओर प्रेरित करते हैं तथा खेल, संगीत, नृत्य, कला आदि में भाग लेने से उनकी रुचियों और कौशल को प्रोत्साहन मिलता है। यह कार्यक्रम ना केवल जागरूकता बढ़ाने का एक माध्यम है, बल्कि यह हमें प्रेरित करता है कि हम अपनी सोच और नीतियों में और अधिक संवेदनशीलता और समावेशिता लाएं। उन्होंने कहा कि उनका संस्थान दिव्यांगजनों के लिए शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सहभागिता के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर संस्था सचिव डा. सरिता श्योराण, प्राचार्या अनिता वर्मा, शारदा शर्मा, डा. हरिकिशन शर्मा, कैप्टन राजेंद्र धायल, सुखबीर धायल, सोमबीर यादव, रिंकू, विनोद, मोहम्मद, नसीम, संदीप, बजरंग, ममता, निशा धामू, सरोज, मंजू, रिहाना, सीमा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।