डीएपी खाद, फसल बीमा क्लेम, मुआवजा व ट्यूबवेल कनैक्शनों की मांग को लेकर किसान सभा का 26 नवंबर को उपायुक्त कार्यालय भिवानी पर धरना
भिवानी 16 नवम्बर 2024,
अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी की जिला कमेटी की बैठक आज 16 नवंबर को शहीद भगत सिंह स्मारक भिवानी में हुई। मीटिंग की अध्यक्षता जिला प्रधान रामफल देशवाल ने की व संचालन जिला सचिव मास्टर जगरोशन ने की। मीटिंग को संबोधित करते हुए जिला सचिव मास्टर जगरोशन ने कहा कि भाजपा सरकार को तुरंत किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए कार्यवाही करनी चाहिए। आज किसान रुपये देकर भी सरसों गेहूं बिजाई के लिए डीएपी खाद के लिए तथा कृषि ट्यूबवेल कनैक्शनों के लिए मारा-मारा फिर रहा है। यह भाजपा सरकार के जनहितैषी होने के छलावा का प्रमाण है कि किसान खेतीबाड़ी के लिए रुपये देकर भी जींस खरीदने में लाचार है।
कामरेड ओमप्रकाश ने बताया कि वर्ष 2023 कपास खराबा का बीमा क्लेम जो औसत उत्पादन आकलन (ब्ब्म्े) के आधार पर जिला भिवानी का 450 करोड़ रुपये बनता था, उसे बीमा कंपनी ने हरियाणा सरकार से मिलीभगत कर, सेटेलाईट आकलन का नाम लेकर, सिर्फ 89 करोड़ रुपये कर दिया है। यह भाजपा सरकार का किसान ना सिर्फ विरोधी होने का प्रमाण है अपितु भ्रष्टाचार का भी नमूना है। खरीफ 2024 की फसलों की गिरदावरी में भी पहले आंधी-तुफान व बाद में जड़-गलन रोग से बर्बाद कपास व अन्य फसलों का खराबा दर्ज नहीं किया तथा अब कृषि विभाग द्वारा बीमा कंपनियों के साथ सांठ-गांठकर औसत उत्पादन आकलन में खराबा दर्ज नहीं किया जा रहा है।
विदित हो कि भाजपा सरकार ने फसल खराबा पर किसानों को मुआवजा से वंचित रखने के लिए खरीफ फसलों की गिरदावरी का समय जो पहले 15 सितंबर से 31 अक्टूबर था, उसे 5 अगस्त से 5 सितंबर कर दिया था, उस समय फसल कच्ची होती हैं, खराबा फसल पकने के समय पता लगता है। अगर भाजपा सरकार ने किसानों की उपरोक्त समस्याओं का शीध्र समाधान नहीं किया तो अखिल भारतीय किसान सभा भाजपा सरकार की इन्ही नीतियों का पर्दाफाश करने के लिए तथा किसानों को लामबंद करने के लिए अभियान चलाएगी। उपरोक्त मांगो व संयुक्त किसान मोर्चा के दिल्ली आंदोलन की बरसी पर दिनांक 26 नवंबर, 2024 को उपायुक्त कार्यालय भिवानी पर धरना-प्रदर्शन होगा।
आज की बैठक में बलबीर सिंह ठाकन, अशोक आर्य, एडवोकेट कविता पातवान, मास्टर उमराव सिंह, अंतरसिंह कस्वां, ओमप्रकाश दलाल, प्रताप सिंह सिंहमार, नरेंद्र घणघस, सुबेदार धनपत सिंह, मंदरुप यादव, ओमप्रकाश सैणी, राजेश कूंगङ, करतार ग्रेवाल, राजकुमार दलाल, महाबीर फौजी आदि ने हिस्सा लिया।