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ज्योतिसर में योग एवं जीवन निर्माण शिविर का भव्य समापन ।

विद्यार्थियों को नशामुक्ति एवं प्राकृतिक खेती के लिए किया प्रेरित ।

कुरुक्षेत्र । गुजरात के महामहिम राज्यपाल आचार्य श्री देवव्रत जी एवं आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के संयुक्त प्रयासों से प्रदेशभर में युवाओं को जागरूक करने हेतु चलाए जा रहे विशेष वेद प्रचार अभियान के तहत ज्योतिसर के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में सात दिवसीय आर्य वीर योग एवं जीवन निर्माण शिविर लगाया गया जिसमें योग शिक्षक आर्यमित्र एवं संजय आर्य ने छात्र-छात्राओं को योगासन, स्तूप निर्माण, डम्बल, लेजियम, सूर्य नमस्कार आदि का प्रशिक्षण दिया, साथ ही समाज में फैली कन्या भ्रूण हत्या, नशाखोरी, पाखण्ड-अंधविश्वास को दूर करने हेतु प्रेरित किया। शिविर के समापन पर आज गुरुकुल के प्रधान राजकुमार गर्ग मुख्य अतिथि एवं प्रचार प्रमुख विशाल आर्य विशिष्ट अतिथि के रूप मंे पहुंचे। इस अवसर पर प्रधानाचार्या श्रीमती हरजोत कौर, शिक्षिका गुरदेवी, किरण, ममता, अर्चना, शिवहरि, कुलदीप, रामनिवास शास्त्री, राजीव डीपीई सहित सभी अध्यापक मौजूद रहे। विद्यालय के स्टाफ द्वारा मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं योग शिक्षकों को स्मृति-चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

प्रधान राजकुमार गर्ग ने कहा कि वर्तमान में हमारा खानपान दूषित हो चुका है। कीटनाशक और पेस्टीसाइड के अंधाधुंध प्रयोग से अन्न, फल, सब्जियां विषैली हो गई है जिससे कैंसर, बीपी, शुगर आदि बीमारियां आम हो गई है। इन सबसे बचने का एक ही उपाय है कि किसान रासायनिक खेती को छोड़कर प्राकृतिक खेती को अपनाएं। उन्होंने बताया कि महामहिम राज्यपाल के प्रयासों से प्राकृतिक खेती का निःशुल्क प्रशिक्षण गुरुकुल कुरुक्षेत्र में दिया जा रहा है, किसान बन्धु इसका लाभ उठाएं और प्रकृति व मानव स्वास्थ्य के कल्याण हेतु प्राकृतिक खेती करें। उन्होंने सभी शिक्षकों और छात्रांे से प्रतिदिन यज्ञ करने और युवाओं को नशे से दूर रहने का संकल्प दिलाया।

विशाल आर्य ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति पर कई अज्ञानी लोग कटाक्ष करते हैं, जबकि यह विश्व की सबसे पुरानी और गौरवशाली संस्कृति है। आज समस्त विश्व भारतीय संस्कृति का अनुसरण कर रहा है मगर भारत में रहने वाले कुछ तथाकथित लोग ही अपनी वैदिक संस्कृति का उपहास बनाते हैं, हमें ऐसे लोगों से बचने और अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सभा के यशस्वी प्रधान सेठ राधाकृष्ण आर्य जी के प्रयासों से पूरे हरियाणा में भजन मंडली और वेद प्रचारकों के माध्यम से सनातन वैदिक संस्कृति और ऋषि दयानन्द के सिद्धान्तों का जोरदार प्रचार किया जा रहा है जिससे समाज के लोगों में नई जागृति आयी है।

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