जीवन में मौलिक कर्तव्य और कानून पालन का प्रण ले-कृष्ण बेदी
जिम्मेदार नागरिक बनने से संविधान बनाने वालों का सपना साकार होगा, संविधान देश की 140 करोड़ आबादी को परिवार की तरह है जोड़ता
संजय मिश्रा चंडीगढ़
पंचकूला 26 नवंबर – हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि संविधान दिवस हमें जीवन पर अपने मौलिक कर्तव्य और देश का कानून का पालन करने का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश का अच्छा और जिम्मेदार नागरिक बनने से नए सिर्फ संविधान का मकसद पूरा होगा बल्कि संविधान बनाने वालों का सपना भी पूरा होगा
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री आज जिला स्तरीय संविधान दिवस समारोह पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान है। यह अलग-अलग धर्म व जातियों की भारत की 140 करोड़ की आबादी को एक परिवार की तरह जोड़ता है। संविधान दिवस मनाने का मकसद देश के नागरिकों में कानून के प्रति सम्मान और आदर की भावना को बढ़ाना है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि संविधान में दिए मौलिक अधिकार हमारे ढाल बनकर हक दिलाते हैं। वहीं इसमें दिए गए मौलिक कर्तव्य हमारी जिम्मेदारियां की भी याद दिलाते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान की ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव अंबेडकर थे इसलिए उन्हें संविधान निर्माता भी कहा जाता है। 26 नवंबर 1949 को हमारा संविधान बनकर पूरा हुआ और इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया।
श्री बेदी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने डॉ भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती पर हर साल संविधान दिवस मनाने की घोषणा की थी तब से लेकर संवैधानिक मूल्यों के प्रति नागरिकों में सम्मान की भावना को बढ़ावा देने के लिए संविधान दिवस हर साल मनाया जाता है। संविधान के पहले का भारत कुछ और था और संविधान के बाद का भारत नया भारत बना उन्होंने संविधान दिवस की सभी नागरिकों को बधाई दी।
कालका की विधायक शक्ति रानी शर्मा ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान सभी के भविष्य के लिए स्वीकार किया गया है इसका हमे लोकतंत्र की यात्रा के रूप में मार्गदर्शन मिल रहा है। भारत सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में विकसित हो रहा है।
विधायक ने कहा कि संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी में महिलाओं का भी अहम योगदान रहा है और इसमें 15 महिलाएं शामिल रही। इससे पूर्व भी उन महिलाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। वर्तमान में भी महिलाओं की भागीदारी लोकतंत्र में निरंतर बढ़ती जा रही है। इससे संविधान अनुसार मुख्य सामाजिक लक्ष्य को बढाना है और लोकतंत्र में सुशासन की सही रूप रेखा तैयार कर सभी के लिए सामाजिक सद्भाव न्याय की भावना जागृत करना है। उन्होंने कहा कि संविधान हमे सभ्यता, संस्कृति, संस्कार, पुरातत्व, रीति रिवाज के चित्र भारत की आत्मा के रूप में मिले है। इसलिए हम संविधान को पढे ही नहीं बल्कि लोकतंत्र के मूल्यों को जीवन में उतारें।
जिला स्तरीय समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री बेदी ने राजकीय महाविद्यालय कालका, बरवाला, महिला महाविद्यालय सेक्टर 14, गवर्नमेंट कॉलेज रायपुर रानी, गवर्नमेंट कॉलेज सेक्टर 1 के विद्यार्थियों ने प्रस्ताव लेखन, पेंटिंग, स्लोगन, डिक्लेरेशन, क्विज आदि प्रतियोगिता में भाग भाग लेने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
समारोह को पूर्व विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने भी संबोधित किया। समारोह में हिमांशी शर्मा ने संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलवाई और अपना वक्तव्य रखा। समारोह में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भाजपा रामौतार बाल्मिकी, जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, महामंत्री वीरेन्द्र राणा, मीडिया प्रभारी नवीन गर्ग, अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, प्राचार्य रिचा सेतिया सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।