गुस्ताखी माफ़ !टिकटों का बंटवारा जिसे मिली उसके लिए “कठौती में गंगा- नहीं मिली तो करेंगे पंगा”
- राजनीती के खट्टे मीठे अंगूर किसको मिले कौन टापता रहगया !
- फिजा मामले के चंद्र मोहन उर्फ चांद मोहम्मद चुनाव लड़ रहे हैं।
- एक पत्रकार सर्व मित्तर कंबोज को टिकट मिला है।
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कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। केवल चंदर प्रकाश को ही कुछ राजनीतिक आधार पर आदमपुर से टिकट मिल पाया है। पंडित बीडी शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस, रोहतक के पूर्व वीसी डॉ. सांगवान और रोहतक स्थित निजी अस्पताल के मालिक डॉ. आदित्य बत्रा समेत आधा दर्जन मेडिकल प्रोफेशनल्स भी टिकट नहीं पा सके। डॉ. बत्रा आरएसएस के मजबूत समर्थन से रोहतक से भाजपा के टिकट की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन वे पूर्व सीएम मनोहर लाल के करीबी होने के कारण हाईकमान में हरियाणा के पूर्व मंत्री मुनीश ग्रोवर के प्रभाव का मुकाबला नहीं कर सके। मुनीश ग्रोवर पिछले एक महीने से अपने हथकंडों के कारण मीडिया की सुर्खियों में हैं। पहले उन्होंने घोषणा की कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन बाद में उन्होंने यू-टर्न लेते हुए दावा किया कि उनके समर्थक चाहते हैं कि वे चुनाव लड़ें। उन्होंने रोहतक एसपी को सत्ता में आने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। फिजा मामले के चंद्र मोहन उर्फ चांद मोहम्मद चुनाव लड़ रहे हैं। एक पत्रकार सर्व मित्तर कंबोज को टिकट मिला है।
कुछ रिटायर्ड बाबू दावा कर रहे थे कि वे राजनीति में जनसेवा करेंगे।सवाल उठता है कि वे लंबे समय तक सेवा में रहकर लोगों की सेवा क्यों नहीं कर पाए, जबकि उन्हें बहुत अवसर और संसाधन मिले? रिटायरमेंट के बाद ही सेवा करने की महत्वाकांक्षा जागी?उस समय गरीबों और जरूरतमंदों की थोड़ी-बहुत मदद करने की बात तो दूर रही। कुछ अपवादों को छोड़कर अधिकांश समय वे आकर्षक पोस्टिंग पाने के लिए राजनेताओं के इशारों पर नाचते रहे। अगर वे सच्चे हैं तो वे भ्रष्टाचार और गरीब शासन विरोधी “गुस्ताखी माफ़ हरियाणा” अभियान से जुड़ सकते हैं। हम उन्हें मंच प्रदान करेंगे। आगे आइए! आइए हम भी जुड़ें!!