
- ग्रामीणों व फायर बिग्रेड द्वारा स्थिति ना संभलने पर गौरक्षा दल भिवानी ने संभाला मोर्चा
- ग्रामीणों की जागरूकता व तत्परता ने बचाई कुएं में गिरे सांड की जान : संजय परमार
भिवानी, 12 सितंबर : गौरक्षा दल भिवानी का उद्देश्य से प्रत्येक घायल या बीमार गौवंश तक तत्काल सहायता पहुंचाना है, ताकि उन्हे काल का ग्रास बनने से बचाया जा सके। इसका उदाहरण गौरक्षा दल भिवानी के सदस्यों ने एक बार फिर से दिया, जहां पर एक सांड 30 फुट गहरे कुए में गिर गया, जिसे बाहर निकालने के लिए गांव ढ़ाणा लाडऩपुर व फायर बिग्रेड की टीम द्वारा काफी प्रयास किए गए, लेकिन उनके द्वारा स्थिति ना संभलने पर फायर बिग्रेड की टीम ने गौरक्षा दल भिवानी को सूचित किया, जिसके बाद गौरक्षा दल भिवानी की टीम मौके पर पहुंची तथा करीबन तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सांड को कुएं से बाहर निकालकर उसकी जान बचाई। इस बारे में जानकारी देते हुए गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने बताया कि वीरवार सुबह उन्हे सूचना मिली थी कि बुधवार रात को गांव ढ़ाणा लाडनपुर में करीबन 30 फुट गहरे कुएं में एक सांड गिर गया है। जिसे निकालने के लिए ग्रामीणों व फायर बिग्रेड की टीम द्वारा काफी प्रयास किए गए, लेकिन उनसे स्थिति नहीं संभल रही है तथा सांड़ को जिसे तत्काल सहायता की आवश्यकता है। सूचना के बाद गौरक्षा दल भिवानी के सदस्य तुरंत प्रभाव से मौके पर पहुंचे, जहां पर पहले ही फायर बिग्रेड की टीम मौजूद थी।

उन्होंने बताया कि सांड को कुएं से बाहर निकालने के लिए पूर्व सरपंच प्रताप द्वारा हाईड्रा के्रन की व्यवस्था की गई, जिसके बाद गौरक्षा दल भिवानी व फायर बिग्रेड ने करीबन 3 तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सांड को सही सलामत कुएं से बाहर निकाला। जिसके बाद घायल सांड का उपचार भी किया गया। गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने कहा कि ग्रामीणों की जागरूकता की वजह से एक सांड मौत के मुंह से बाहर आ पाया। उन्होंने अन्य लोगों से भी आह्वान किया कि यदि उन्हे कही भी कोई भी गौवंश या अन्य जानवर घायल या बीमार अवस्था में दिखता है तो उसे अनदेखा करने की बजाए तुरंत गौरक्षा दल भिवानी को सूचना दे, ताकि घायल या बीमार गौवंश या अन्य जानवर तक तुरंत सहायता पहुंचाकर उसका जीवन बचाया जा सकें।

इस अवसर पर फायर ब्रिगेड टीम से राजेश लीडिंग फायरमैन, राजेश ग्रेवाल फायरमैन, जितेंद्र चौहान, प्रिंस सहित गौरक्षक अमन पांडे, रमन, दिनेश शर्मा, साहिल लुहार दीपू सेन, राहुल सैनी, हेमंत सोनी, कुकी परमार, मंगल बंजारा क्रेन संचालक मौजूद रहे।